पेराई सत्र की तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप

चीनी मिलें फिलहाल पेराई सत्र शुरू करने की तारीख घोषित करने से बच रही है। हालांकि सभी ने तैयारियां पूरी कर ली है। क्रय केंद्र स्थापित कर दिए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 06:33 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 06:33 PM (IST)
पेराई सत्र की तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप
पेराई सत्र की तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप

जागरण संवाददाता, रुड़की : चीनी मिलें फिलहाल पेराई सत्र शुरू करने की तारीख घोषित करने से बच रही है। हालांकि सभी ने तैयारियां पूरी कर ली है। क्रय केंद्र स्थापित कर दिए हैं। वहीं विभाग ने भी किसानों के बेसिक कोटे एवं कैलेंडर को अंतिम रूप दे दिया है। किसानों के जरूरी संशोधन ही किए जा रहे हैं।

जिले में 94 हजार किसान हैं। 77 हजार किसान गन्ना विभाग में पंजीकृत हैं। 53 हजार हेक्टेयर भूमि पर गन्ने की खेती की जाती है। यह फसल जिले की तीन चीनी मिलों इकबालपुर, लिब्बरहेड़ी एवं लक्सर के अलावा देहरादून जिले की डोईवाला चीनी मिल को भी भेजी जाती है। चीनी मिलों की ओर से पेराई सत्र की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। लिब्बरहेड़ी चीनी मिल की ओर से बॉयलर आदि की पूजा कर अग्नि प्रवाहित कर दी गई है। वहीं शेष चीनी मिलों ने क्रय केंद्र भी स्थापित कर दिए हैं। चीनी मिलें फिलहाल तारीख की घोषणा नहीं कर रही है। चीनी मिलों की ओर से कहा जा रहा है कि नवंबर के पहले सप्ताह में चीनी मिल चालू हो जाएगी। वहीं गन्ना विभाग किसानों तक कैलेंडर पहुंचाने की तैयारियों में जुटा हुआ है। सहायक गन्ना आयुक्त शैलेंद्र सिंह ने बताया कि इस सप्ताह में पेराई सत्र से जुड़े सभी कार्यों को पूरा कर लिया जाएगा। किसानों को पर्चियों के कटने के साथ ही उनके एसएमएस मिलना शुरू हो जाएगा।

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