बवाल के बाद बदला छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा का शिलापट
दो दिन पहले गणेशपुर पुल पर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के शिलापट को लेकर हुए बवाल के मामले में मंगलवार को शिलापट बदल दिया गया। शिलापट पर अब झबरेड़ा विधायक के नाम के साथ खानपुर विधायक का नाम भी अंकित किया गया है।
जागरण संवाददाता, रुड़की: दो दिन पहले गणेशपुर पुल पर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के शिलापट को लेकर हुए बवाल के मामले में मंगलवार को शिलापट बदल दिया गया। शिलापट पर अब झबरेड़ा विधायक के नाम के साथ खानपुर विधायक का नाम भी अंकित किया गया है।
रविवार को गणेशपुर पुल पर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने किया था। इस दौरान झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के प्रतिनिधि एवं नामित पार्षद सतीश शर्मा ने हंगामा कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि महापौर के इशारे पर शिलापट से झबरेड़ा विधायक का नाम हटाकर महापौर का नाम लिखा गया है। इसे लेकर काफी बवाल भी हुआ। यहां तक की उनकी भाजपा जिलाध्यक्ष डा. जयपाल सिंह चौहान से भी नोकझोंक हुई। इस मामले में नगर आयुक्त नुपूर वर्मा ने अवर अभियंता का स्पष्टीकरण भी तलब किया था। सोमवार को नगर निगम की ओर से प्रतिमा के शिलापट को ही बदल दिया है। नगर विधायक प्रदीप बत्रा के अलावा महापौर गौरव गोयल, झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल व खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का नाम जोड़ा गया है।
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भाजपा को चाहिए नाम, हम तो काम करने वाले
रुड़की: शिलापट को लेकर राजनीति फिर से गरमा गई है। इंटरनेट मीडिया पर कांग्रेस की ओर से सवाल पूछा गया कि जब नगर निगम चार विधानसभा क्षेत्र से मिलकर बना हैं तो शिलापट पर भाजपा के ही तीन विधायकों के नाम क्यों हैं। नियमानुसार कलियर विधायक फुरकान अहमद का नाम भी शिलापट पर होना चाहिए। वहीं, इस संबंध में विधायक फुरकान अहमद ने बताया कि भाजपा वालों को नाम की जरूरत है, काम तो कुछ किया नहीं है। विधायक ने कहा कि वह तो काम करने वाले व्यक्ति हैं, उन्हें नाम नहीं चाहिए। जनता जानती है कि कौन काम कर रहा है।