तो इस बार जल संस्थान को ही देने होंगे कनेक्शन

जागरण संवाददाता, रुड़की: एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) की ओर से शहर में अप्रैल तक सीवर

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Feb 2019 03:00 AM (IST) Updated:Wed, 20 Feb 2019 03:00 AM (IST)
तो इस बार जल संस्थान को ही देने होंगे कनेक्शन
तो इस बार जल संस्थान को ही देने होंगे कनेक्शन

जागरण संवाददाता, रुड़की: एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) की ओर से शहर में अप्रैल तक सीवर प्रोजेक्ट का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। सीवर का नया नेटवर्क चालू होने पर लोगों के घरों के सीवर के कनेक्शन को नई सीवर लाइनों से जोड़ा जाएगा। वहीं इस बार नई लाइन से कनेक्शन जोड़ने का काम जल संस्थान को ही करना होगा। क्योंकि एडीबी के अधिकारियों का कहना है कि कनेक्शन देना प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं है। ऐसे में आने वाले दिनों में जल संस्थान पर काम का दबाव बढ़ने वाला है।

वर्तमान में जल संस्थान के पास 5400 सीवर के कनेक्शन हैं। अभी वर्षों पुरानी जर्जर सीवर लाइनों के कारण आए दिन सीवर चोक की समस्या बनी रहती है, लेकिन एडीबी ने सीवर प्रोजेक्ट के तहत सालियर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने के साथ ही गणेशपुर एवं माहीग्रान में सीवरेज पं¨पग स्टेशन बनाया है। इसके अलावा शहर में 195 किमी में सीवर लाइन भी डाली हैं। नया सीवर सिस्टम अप्रैल से चालू होने की उम्मीद है। उधर, सीवर प्रोजेक्ट का काम पूरा होने के बाद लोगों के घरों के सीवर के कनेक्शनों को नई सीवर लाइनों से जोड़ा जाएगा, लेकिन इस बार यह काम जल संस्थान को करना होगा। ऐसे में सीमित स्टाफ होने के कारण जल संस्थान पर कार्य का दबाव बढ़ने वाला है। एडीबी के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर आरके रजवार के अनुसार सीवर प्रोजेक्ट में कनेक्शन देने का काम शामिल नहीं है। इसलिए इस बार जल संस्थान को ही नई सीवर लाइनों से लोगों के घरों में सीवर के कनेक्शन देने होंगे। जल संस्थान के सहायक अभियंता राजेश कुमार निर्वाल के अनुसार पेयजल प्रोजेक्ट के तहत एडीबी ने ही नई पेयजल लाइनों से उपभोक्ताओं को कनेक्शन दिए थे। जबकि अभी उन्हें इस प्रकार के कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं कि सीवर प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद कनेक्शन जल संस्थान देगा या फिर एडीबी की ओर से दिए जाएंगे। वैसे मुख्यालय से जो निर्देश मिलेंगे, उसी के आधार पर आगे कार्य किया जाएगा।

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