शव मिलने से आठ दिन पूर्व हुई थी सेवादार की हत्या

मंगलौर के नसीरपुर गांव के सेवादार की हत्या शव बरामद होने से करीब आठ दिन पहले ही हो गई थी। यही नहीं हत्या के बाद साक्ष्य मिटाने के लिए हत्यारोपितों ने शव को जलाने का भी प्रयास किया था।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 06:44 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 06:44 PM (IST)
शव मिलने से आठ दिन पूर्व 
हुई थी सेवादार की हत्या
शव मिलने से आठ दिन पूर्व हुई थी सेवादार की हत्या

जागरण संवाददाता, रुड़की: मंगलौर के नसीरपुर गांव के सेवादार की हत्या शव बरामद होने से करीब आठ दिन पहले ही हो गई थी। यही नहीं हत्या के बाद साक्ष्य मिटाने के लिए हत्यारोपितों ने शव को जलाने का भी प्रयास किया था। पुलिस की जांच और पोस्टमार्टम में इस तरह की बात सामने आई है। पुलिस अब इस मामले में संदिग्धों से पूछताछ कर रही है।

मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के नसीरपुर गांव स्थित मंदिर के सेवादार सुखराम निवासी मिरकपुर देवबंद जिला सहारनपुर का शव 17 सितंबर को मंदिर परिसर में बने कमरे से बरामद हुआ था। कमरे में बाहर से कुंडी लगी थी। कमरे से शव की बदबू आने पर पुलिस को बुलाया गया था। सेवादार की निर्मम हत्या की गई थी। सेवादार के प्राइवेट पा‌र्ट्स में करंट लगाया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि सेवादार की हत्या करीब आठ सितंबर को हुई थी। यही नहीं हत्यारोपितों ने सेवादार की हत्या करने के बाद उनके शव को जलाने का भी प्रयास किया था। पुलिस अब इस मामले की गहनता से जांच कर रही है। इस मामले को पुलिस रंजिश से जोड़कर देख रही है। इस मामले में पुलिस ने कुछ संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। जिसके आधार पर मामले की जांच आगे बढ़ाई जा रही है। एसपी देहात प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि पता चला है कि शव बरामद होने से करीब आठ दिन पहले हत्या की गई थी। साक्ष्य मिटाने के लिए शव को जलाने का भी प्रयास हुआ था। पुलिस शीघ्र ही इस मामले में हत्यारोपितों की गिरफ्तारी कर मामले का पटाक्षेप करेगी।

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