संघ प्रमुख मोहन भागवत ने गंगा में लगाई डुबकी, कहा-सेवाभाव से ही होती है समाज और राष्ट्र की उन्नति

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार सुबह हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। उन्होंने मां गंगा की पूजा-अर्चना कर राष्ट्र की उन्नति समृद्धि विश्व शांति कोरोना के खात्मे और कुंभ मेला के सकुशल संपन्न होने की कामना की।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 05 Apr 2021 10:10 AM (IST) Updated:Mon, 05 Apr 2021 10:10 AM (IST)
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने  गंगा में लगाई डुबकी, कहा-सेवाभाव से ही होती है समाज और राष्ट्र की उन्नति
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने देश की सुख समृद्धि और हरिद्वार कुंभ के सफल आयोजन की कामना की।

जागरण संवाददाता, हरीद्वार। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार सुबह हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। उन्होंने मां गंगा की पूजा-अर्चना कर राष्ट्र की उन्नति, समृद्धि, विश्व शांति, कोरोना के खात्मे और कुंभ मेला के सकुशल संपन्न होने की कामना की।  संघ प्रमुख मोहन भागवत ने हरकी पैड़ी पर स्वच्छता और अच्छी व्यवस्था के लिए गंगा सभा के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सेवाभाव से ही समाज और राष्ट्र की उन्नति होती है। हमेशा दूसरों के दुखों के बारे में सोचना भारतीय संस्कृति की विशेषता है। संघ प्रमुख हरकी पैड़ी की प्रबंधकारिणी संस्था श्री गंगा सभा के कार्यालय पहुंचे। जहां महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने उन्हें गंगा सभा की ओर से कराए जा रहे सामाजिक और धार्मिक कार्यों के बारे में बताया। गंगा सभा के स्वयंसेवकों की ओर से हरकी पैड़ी पर श्रद्वालुओं को गंगा स्वच्छता, पर्यावरण के प्रति जागरूकता के बारे में भी बताया गया। इस अवसर पर संघ प्रमुख का गंगासभा अध्यक्ष प्रदीप झा, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने शॉल ओढ़ाकर उन्हें गंगाजली, रूद्राक्ष की माला और प्रसाद भेंट किया। इस दौरान संघ के प्रांत प्रचारक युद्धवीर सिंह समेत कई अन्य संघ के वरिष्ठ कार्यकत्र्ता भी मौजूद रहे। 

हस्तलिखित राम नाम की पुस्तिकाएं लेकर अयोध्या रवाना

अयोध्या में निर्माणाधीन श्री राम मंदिर में सहभागी बनने के लिए देशभर से प्रभु श्रीराम के भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में देहरादून के सिनौला गांव से भी चार लोग हस्तलिखित राम नाम की 9680 पुस्तिकाएं लेकर अयोध्या गए हैं। इन पुस्तिकाओं में हाथ से 11 करोड़ बार राम नाम लिखा गया है, जिसमें तकरीबन छह वर्ष लगे। 

सोमवार को सिनौला निवासी भीम सिंह राणा के साथ गांव के ही पं. पंकज किशोर गौड़, अनुभव सुशांत गौड़ और सुनीति गौड़ इन हस्तलिखित पुस्तकों के साथ अयोध्या के लिए रवाना हुए। इससे पहले भीम सिंह राणा ने बताया कि वर्ष 2011 में उन्होंने पुस्तकों में हाथ से राम नाम लिखने का अभियान शुरू किया था। इसमें परिवार के अलावा ग्रामीणों और रिश्तेदारों ने भी उनका साथ दिया। वर्ष 2017 में अभियान पूर्ण होने पर 9680 पुस्तकें तैयार हो गईं। मालसी के वार्ड-एक के पार्षद सुशांत सिंह बोहरा ने बताया कि इन पुस्तकों को अयोध्या में निर्माणाधीन मंदिर के गर्भ गृह में रखा जाएगा। 

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