जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर के ब्रह्मलीन होने पर संतों में शोक

मुंबई में कोरोना से जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर प्रकाशानंद गिरि के ब्रह्मलीन होने से संतों में शोक है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 06:10 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 06:10 PM (IST)
जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर के ब्रह्मलीन होने पर संतों में शोक
जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर के ब्रह्मलीन होने पर संतों में शोक

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: मुंबई में कोरोना से जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर प्रकाशानंद गिरि के ब्रह्मलीन होने से संतों में शोक है। महामंडलेश्वर प्रकाशानंद गिरि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री और जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के शिष्य थे।

जूना अखाड़े के श्रीमहंत हरि गिरि ने कहा कि महामंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानंद गिरि कुशल वक्ता और अध्यात्म जगत की महान विभूति थे। उन्होंने बताया कि उनके आकस्मिक ब्रह्मलीन होने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि, श्रीमहंत हरि गिरि, अखाड़े के राष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि, राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत मोहन भारती मुंबई रवाना हो गए हैं। हरिद्वार में जूना अखाड़ा के साधु-संत और नागा संन्यासियों ने पूर्व सभापति श्रीमहंत सोहन गिरि की अध्यक्षता में शोक सभा का आयोजन किया। राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत महेशपुरी ने भी शोध जताया है। श्रद्धांजलि सभा में थानापति लालभारती, महंत रणधीर गिरि, महंत आजाद गिरि, महंत महादेवानंद गिरि, महंत परमानंद गिरि, महंत विवेक पुरी मौजूद थे।

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