संत और तीर्थ पुरोहित समाज ने की देवस्थानम बोर्ड निरस्त करने की मांग

जागरण संवाददाता हरिद्वार संतों और तीर्थ पुरोहित समाज ने सरकार से तत्काल देवस्थानम बोर्ड ि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 09:48 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 09:48 PM (IST)
संत और तीर्थ पुरोहित समाज ने की  देवस्थानम बोर्ड निरस्त करने की मांग
संत और तीर्थ पुरोहित समाज ने की देवस्थानम बोर्ड निरस्त करने की मांग

जागरण संवाददाता, हरिद्वार : संतों और तीर्थ पुरोहित समाज ने सरकार से तत्काल देवस्थानम बोर्ड निरस्त करने की मांग की। शनिवार को हरकी पैड़ी पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान श्रीपंच निर्मोही अणि अखाड़े के सचिव महंत गोविद दास महाराज ने कहा कि आदि अनादि काल से मठ मंदिरों का संचालन संतों और तीर्थ पुरोहित समाज की ओर से किया जा रहा है। सदियों से चली आ रही व्यवस्था में सरकारों को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार अधिग्रहित किए गए मठ मंदिरों को मुक्त करे तथा उत्तराखंड में गठित किए देवस्थानम बोर्ड को तत्काल निरस्त किया जाए। श्री गंगा सभा अध्यक्ष प्रदीप झा ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड के विरोध में लंबे समय से तीर्थ पुरोहित समाज आंदोलन कर रहा है। बोर्ड के गठन से तीर्थ पुरोहितों के साथ श्रद्धालुओं की भावनाओं को भी ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि मठ मंदिरों का बेहतर संचालन तीर्थ पुरोहितों के द्वारा ही किया जा सकता है।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष महंत जसविदर सिंह महाराज ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड व मठ मंदिरों का अधिग्रहण संतों व पुरोहितों के लिए एक अभिशाप की तरह है। अनादि काल से चली आ रही परंपराओं में हस्तक्षेप करने के बजाए सरकारों को मठ मंदिरों के विकास में सहयोग करना चाहिए।

ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर ने कहा कि भाजपा सरकार संतों व पुरोहितों का पूरा सम्मान करती है। देवस्थानम बोर्ड के संबंध में सरकार शीघ्र ही निर्णय लेगी। स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी दिनेश दास महाराज ने भी सरकार से जल्द से जल्द देवस्थानम बोर्ड निरस्त करने व अधिग्रहित किए गए मठ मंदिरों को मुक्त करने की मांग की।

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