ब्रह्मलीन देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी को संत-महात्माओं और गोदियाल ने दी श्रद्धांजलि, कहा- योगदान को नहीं भुलाया जा सकता

जयराम आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में संत-महंत और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने ब्रह्मलीन देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी को पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सभी ने उन्हें सच्चा संत बताया और कहा कि उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Wed, 08 Sep 2021 03:56 PM (IST) Updated:Wed, 08 Sep 2021 03:56 PM (IST)
ब्रह्मलीन देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी को संत-महात्माओं और गोदियाल ने दी श्रद्धांजलि, कहा- योगदान को नहीं भुलाया जा सकता
ब्रह्मलीन देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी को संत-महात्माओं और गोदियाल ने दी श्रद्धांजलि।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। श्री जयराम आश्रम में ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज की पुण्यतिथि सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरुषों के सानिध्य में मनाई गई। संत महापुरुषों ने आश्रम में स्थित स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। 

निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने कहा कि महापुरुष केवल शरीर त्यागते हैं। उनकी आत्मा सदैव अजर अमर रहकर समाज का मार्गदर्शन करती है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाने में जयराम आश्रम प्रमुख भूमिका निभा रहा है। जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि संत महापुरुषों ने सदैव समाज का मार्गदर्शन कर नई दिशा दी है।

ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने जीवन पर्यंत समाज को सेवा का संदेश दिया। समाज कल्याण में उनका योगदान अभूतपूर्व था। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि महापुरुषों की संगत में व्यक्ति के उत्तम चरित्र का निर्माण होता है। स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज जैसे महान संतों के माध्यम से ही राष्ट्र में एकता और अखंडता कायम है।

निर्मल पीठाधीश्वर श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि संतों का जीवन निर्मल जल के समान होता है। ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोया। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कर्नल अजय कोठियाल ने ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व योगदान को सदैव स्मरण किया जाएगा।

श्री जयराम पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने उपस्थित संतों और अतिथियों का आभार जताया। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती, बाबा हठयोगी, पूर्व पालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, महंत देवानंद सरस्वती, महंत जसविंदर सिंह, महंत दामोदर दास, श्रीमहंत साधनानंद, महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरि, स्वामी रूपेंद्र प्रकाश, महंत रघुवीर दास, श्रीमहंत विष्णुदास, महंत ज्ञानानंद शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद समेत बड़ी संख्या में संत-महंत मौजूद रहे। इस दौरान परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया गया।

अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने पत्र भेजकर दी श्रद्धांजलि

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने पत्र के माध्यम से ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद स्वरूप को श्रद्धांजलि दी। समाज और देश कल्याण में उनके योगदान की सराहना की।

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