मोहन भागवत ने कुंभ मेला कार्यों का किया लोकार्पण, कहा- भारत के जरिए धर्म को जान रही दुनिया

आरएसएस प्रमुख सरसंघचालक मोहन भागवत ने हरिद्वार में प्रेमनगर आश्रम के पास सतनाम साक्षी घाट भारत माता और शौर्य घाट का लोकापर्ण किया। इसके बाद उन्होंने शंकराचार्य चौक पर राज्य अतिथि गृह डामकोठी के नजदीक बने अमरापुर घाट का भी लोकार्पण किया।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sun, 04 Apr 2021 10:35 AM (IST) Updated:Sun, 04 Apr 2021 08:39 PM (IST)
मोहन भागवत ने कुंभ मेला कार्यों का किया लोकार्पण, कहा- भारत के जरिए धर्म को जान रही दुनिया
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हरिद्वार में कई कार्यों का किया लोकार्पण।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ देश में जैविक खेती को प्रोत्साहित करेगा। इसके लिए भारतीय नववर्ष के पहले दिन चैत्र प्रतिपदा (13 अप्रैल) से 'भूमि सुपोषण अभियानÓ की शुरुआत की जाएगी। हरिद्वार में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने यह जानकारी देते हुए कहा कि भारत गांवों का देश है और गांवों की आर्थिकी को मजबूत किए बिना देश की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं हो सकती।

रविवार को हरिद्वार में आरसएस प्रमुख ने  प्रेम प्रकाश आश्रम द्वारा निर्मित सतनाम साक्षी घाट, भारत माता शौर्य स्मारक, राजा दाहिर व राजा भगीरथ की प्रतिमा और अमरापुर घाट और दीप स्तम्भ का लोकार्पण किया। इस दौरान आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 'भूमि सुपोषण अभियानÓ केवल राष्ट्रीय स्वयं सेवक का नहीं, बल्कि देश का अभियान है। इसके लिए देश में जैविक कृषि के क्षेत्र में काम करने वाले संगठनों और व्यक्तियों को जोड़कर समूह बनाया गया है। इस समूह का उद्देश्य भूमि की उर्वरकता बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि यह सर्वविदित है कि रासायनिक खाद के उपयोग से भूमि की उर्वरकता कम हो जाती है, इसलिए जैविक खाद पर जोर दिया जा रहा है। भूमि सुपोषण अभियान के तहत किसानों को जागरूक कर जैविक कृषि के लिए प्रेरित किया जाएगा। इससे पहले उन्होंने सर्वदानंद घाट पर गंगा पूजन और आरती की।  इस मौके पर प्रेम प्रेमप्रकाश महाराज, मंडलाध्यक्ष स्वामी भगत प्रकाश जी महाराज, संत मनोराम, संत जीतूराम, संत लक्ष्मण सहित संघ के स्थानीय पदाधिकारी, संतगण और अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

भारत को विश्व गुरु बनना है तो करना होगा महापुरुषों का अनुसरण 

सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा कि भारत में विश्व गुरु बनने की क्षमता है। हमारे महापुरुषों ने दुनिया को बताया कि शरीर, मन और बुद्धि के सुख को एक साथ प्राप्त करते हुए उसका उपयोग आत्मा के दर्शन के लिए कैसे किया जाए। हमें अपना गौरवशाली इतिहास को नहीं भूलना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि देश को विश्व गुरु बनाना है तो महापुरुषों के बताए मार्ग का अनुसरण करना होगा। गंगा की महिमा का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि यह सिर्फ नदी नहीं, देश की जीवन धारा है। कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ की संत भी मौजूद थे। इसके अलावा उन्होंने दूधाधारी चौक स्थित श्रीरामतीर्थ आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में भी भाग लिया।

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