कोरोना: कोरोना जांच से बचने को गलत नंबर देने पर केस होगा
कोरोना जांच से बचने के लिए गलत मोबाइल नंबर देने अथवा जांच और ट्रेसिग में सहयोग करें।
संवाद सूत्र, लक्सर: कोरोना जांच से बचने के लिए गलत मोबाइल नंबर देने अथवा जांच और ट्रेसिग में सहयोग नहीं करने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम ने बीआरटी और सीआरटी टीम के प्रभारियों को इसके निर्देश दिए हैं।
शनिवार को एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी ने तहसील मुख्यालय पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए गठित सिटी रिस्पांस टीम और ब्लॉक रिस्पांस टीम के प्रभारी और सदस्यों की बैठक ली। एसडीएम ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के प्राथमिक और द्वितीयक संपर्कों की तत्परता एवं बिना त्रुटि किए कांटेक्ट रेसिग कर ली जाए। ताकि संबंधित संपर्कों के सैंपल लेकर संक्रमण को रोका जा सके। कांटेक्ट रेसिग में सभी पक्षों व बिदुओं को ध्यान में रखा जाए ताकि कोई भी व्यक्ति सूची में शामिल होने से छूट न सके। एसडीएम ने बीआरटी व सीआरटी सदस्यों को निर्देशित दैनिक आधार पर रिपोर्टिंग करने को कहा, ताकि जनपद कंट्रोल रूम तथा जनपदीय नोडल अधिकारी को समय से सूचना प्रेषित की जा सके। बैठक में मौजूद बीआरटी प्रभारियों और सदस्यों ने बताया कि कांटेक्ट रेसिग के दौरान कुछ व्यक्तियों की ओर से गलत मोबाइल नंबर दर्ज कराए जा रहे हैं। ऐसे में संपर्क करने पर या तो नंबर मिलता नहीं है या गलत होता है। इसके अलावा अपना पता भी गलत दर्ज कराया जा रहा है। इससे कार्य करने में दिक्कतें आ रही हैं। इस पर एसडीएम ने उन्हें क्षेत्र की थाना अथवा चौकी पुलिस से समन्वय कर कार्य करने को कहा। गलत नंबर अथवा पता देने वालों के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराने के आदेश उन्होंने दिए।