कम हुआ कोरोना का प्रकोप, सुस्त पड़ा महकमा
कोरोना संक्रमण का प्रकोप कम होने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग भी आराम की मुद्रा में आ गया है। कोरोना की दूसरी लहर पीक पर होने के दौरान पिछले दिनों जो कार्य युद्ध स्तर पर पर शुरू हुए थे वह अब आखिरी दौर में आकर लटक गए हैं।
संवाद सहयोगी, रुड़की : कोरोना संक्रमण का प्रकोप कम होने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग भी आराम की मुद्रा में आ गया है। कोरोना की दूसरी लहर पीक पर होने के दौरान पिछले दिनों जो कार्य युद्ध स्तर पर पर शुरू हुए थे वह अब आखिरी दौर में आकर लटक गए हैं।
अप्रैल व मई में कोरोना संक्रमण के पीक पर होने के समय आक्सीजन को लेकर हाहाकार मची थी। कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पतालों में बेड और आइसीयू नहीं मिल पा रहा थे। उसी दौरान स्वास्थ्य विभाग ने सिविल अस्पताल रुड़की में पांच बेड का आइसीयू वार्ड तैयार करने और अस्पताल में आक्सीजन जनरेशन प्लांट का काम शुरू कराया था। आक्सीजन जनरेशन प्लांट डीआरडीओ की ओर से बनवाया जा रहा है। पिछले माह इसका काम शुरू हुआ था। प्लांट के 20 मई तक तैयार होने की बात कही जा रही थी। लेकिन, अभी तक भी प्लांट का काम पूरा हो नहीं हो सका है। हालांकि अस्पताल प्रशासन के स्तर से होने वाले सभी काम पूरे हो चुके हैं। लेकिन, मशीनों को लगाने का काम अभी अधूरा पड़ा है। इसी तरह से आइसीयू वार्ड भी पिछले माह के आखिरी सप्ताह तक शुरू होना था। इसका काम भी अभी पूरा नहीं हुआ है। आक्सीजन जनरेशन प्लांट और आइसीयू वार्ड का काम जिस तेज गति से शुरू हुआ था वह अब मंद पड़ चुकी है। जिसके चलते आक्सीजन जनरेशन प्लांट व आइसीयू शुरू नहीं हो पाया है। अधिकारी इसको लेकर अब उतने सजग नहीं लग रहे हैं।
सिविल अस्पताल रुड़की के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. संजय कंसल ने बताया कि आक्सीजन जनरेशन प्लांट के लिए अस्पताल के स्तर पर जो काम किया जाना था वह कई दिन पहले ही पूरा कराया जा चुका है। मशीनों को संचालित करने का काम रह गया है। वह कार्यदायी संस्था की ओर से कराया जाना है। आइसीयू वार्ड का काम भी पूरा हो चुका है। निर्देश मिलते ही इसको शुरू करा दिया जाएगा।