अंडरपास को लेकर बैठक में तीसरी बार भी नहीं पहुंचे रेलवे के अधिकारी

नगर में रेल अंडरपास के निर्माण को लेकर बुलाई गई बैठक में तीसरी बार भी रेलवे के अधिकारी नहीं पहुंचे बल्कि बिना उच्चाधिकारियों की अनुमति मौके पर आने से ही इन्कार कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 08:35 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 08:35 PM (IST)
अंडरपास को लेकर बैठक में तीसरी बार भी नहीं पहुंचे रेलवे के अधिकारी
अंडरपास को लेकर बैठक में तीसरी बार भी नहीं पहुंचे रेलवे के अधिकारी

संवाद सूत्र, लक्सर: नगर में रेल अंडरपास के निर्माण को लेकर बुलाई गई बैठक में तीसरी बार भी रेलवे के अधिकारी नहीं पहुंचे, बल्कि बिना उच्चाधिकारियों की अनुमति मौके पर आने से ही इन्कार कर दिया।

लक्सर में कई साल से रेल अंडरपास का निर्माण प्रस्तावित है। लेकिन, अलग-अलग कारणों से अंडरपास का निर्माण शुरू नहीं हो पा रहा है। पिछले रविवार को सुल्तानपुर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अंडरपास के निर्माण की घोषणा की थी। वहीं पिछले दिनों व्यापारियों के धरने के बाद एसडीएम वैभव गुप्ता ने नगर पालिका, लोनिवि, रेलवे और व्यापारियों की बैठक बुलाई थी। लेकिन, बैठक में रेलवे विभाग के किसी उच्चाधिकारी के नहीं पहुंचने पर कोई नतीजा नहीं निकल सका। यहां तक कि बैठक में पहुंचे रेलवे अधिकारी अंडरपास की डीपीआर तक नहीं दिखा सके थे। इसके बाद एसडीएम ने 13 अक्टूबर को दोबारा बैठक बुलाई थी। लेकिन, इस बार भी रेलवे का कोई बड़ा अधिकारी बैठक में नहीं पहुंचा। इस पर एसडीएम ने नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था कि विभाग को इस संबंध में नोटिस भेजा जा रहा है। 17 अक्टूबर को संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया जाएगा। लेकिन, तीसरी बार 17 अक्टूबर को भी रेलवे का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। बल्कि विभाग की ओर से इसे लेकर एसडीएम को एक पत्र भेजकर स्पष्ट कर दिया गया कि बिना उच्चाधिकारियों के आदेश कोई भी रेलवे का अधिकारी मौके पर नहीं आएगा। एसडीएम वैभव गुप्ता ने पत्र मिलने की पुष्टि की है। वहीं व्यापारी नेता अजय वर्मा ने रोष जताते हुए कहा कि रेलवे विभाग जानबूझकर अंडरपास के निर्माण को लटका रहा है। स्थानीय निवासी यू शेप में अंडरपास निर्माण की मांग कर रहे हैं, लेकिन रेलवे विभाग की मंशा अंडरपास का निर्माण करने की नहीं नजर आ रही है। यदि विभाग का रवैया नहीं बदला तो वो दोबारा आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे।

chat bot
आपका साथी