गृहकर बिल में गड़बड़ी से भवन स्वामी परेशान
गृहकर बिलों में आ रही गड़बड़ियों ने भवन स्वामियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। एक ओर जहां गृहकर बिलों में पुराने बिल जुड़कर आ रहे हैं वहीं बिल में भवन स्वामी के नाम और मकान नंबर में भी गलती है।
संवाद सहयोगी, रुड़की: गृहकर बिलों में आ रही गड़बड़ियों ने भवन स्वामियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। एक ओर जहां गृहकर बिलों में पुराने बिल जुड़कर आ रहे हैं, वहीं बिल में भवन स्वामी के नाम और मकान नंबर में भी गलती है। इतना ही नहीं बिल की आनलाइन एंट्री कराने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नगर निगम रुड़की की ओर से भवन स्वामियों को गृहकर बिल जारी किए गए हैं। बिलों को लेकर कई भवन स्वामियों ने कहा कि उनके बिलों में पुराने बिल जुड़कर आए हैं, जबकि वह बिल जमा करा चुके थे। रामनगर निवासी योगेंद्र कोहली ने बताया कि उन्होंने पिछले साल गृहकर जमा करा दिया था, इसकी आनलाइन एंट्री भी उन्होंने कराई थी। लेकिन, इस बार निगम ने जो बिल भेजा है, उसमें फिर से पिछले साल का गृहकर जोड़कर भेज दिया है। रामनगर के ही प्रमोद कुमार गर्ग का कहना है कि उनके नाम के साथ गर्ग के स्थान पर शर्मा लिखा था। पहले उन्होंने निगम के कर अनुभाग में बामुश्किल उसे ठीक कराया, जब वह उसे ठीक कराकर आए और उसकी आनलाइन एंट्री कराने लगे तो पता चला कि उनकी भवन की पैमाइश नहीं लिखी है। इसके बाद वह उसको दर्ज कराने के लिए परेशान घूम रहे हैं। गृहकर जमा कराने वालों ने बताया कि उन्हें दो-दो बार लाइन में लगना पड़ रहा है। एक बार वह अपना गृहकर कंप्यूटर पर सत्यापित कराते हैं। यहां लंबी लाइन में लगना पड़ता है। इसके बाद बिल जमा करने के लिए लाइन में लगना पड़ता है। इससे काफी परेशानी हो रही है। कर निरीक्षक रविद्र पंवार ने बताया कि जिस बिल में कोई त्रुटि आ रही है उसे तत्काल ठीक करा दिया जाता है। बिलों को आनलाइन सत्यापित कराया जा रहा है ताकि किसी प्रकार की कोई त्रुटि न रहे। अगली बार से यह समस्या नहीं आएगी।