दिल्ली में बनी योजना, देहरादून में सेट किए मोहरे

मास्टर माइंड राज राय ने दिल्ली में ही बैठकर योजना तैयार की थी। देहरादून में उसने मोहरे सेट कर लाखों की वारदात को अंजाम दिया। लैपटॉप चोरी की यह योजना किसी फिल्मी स्टाइल से कम नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 03:00 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 03:00 AM (IST)
दिल्ली में बनी योजना, देहरादून में सेट किए मोहरे
दिल्ली में बनी योजना, देहरादून में सेट किए मोहरे

केके शर्मा, रुड़की

मास्टर माइंड राज राय ने दिल्ली में ही बैठकर योजना तैयार की थी। देहरादून में उसने मोहरे सेट कर लाखों की वारदात को अंजाम दिया। लैपटॉप चोरी की यह योजना किसी फिल्मी स्टाइल से कम नहीं है। आरोपित लूट का पूरा माल मुंबई बेचकर फरार होने की जुगत में थे।

राज राय शातिर किस्म का अपराधी है। वर्ष 2017 में उसने इसी तर्ज पर ओखला दिल्ली में लैपटॉप चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। उस समय भी राज राय अपने साथियों समेत पकड़ा गया था। इसी तर्ज पर ठीक तीन साल बाद उसने यह वारदात की। वह मूल रूप से बिहार का निवासी है। हरकेश नगर ओखला नई दिल्ली में किराये में रह रहा था। पिछले कुछ समय से राज राय देहरादून में रह रहा है। यहां पर उसका परिचित जितेंद्र भी बसंत विहार क्षेत्र में रहता है। इसके चलते ही राज राय अपने साथ दीन्नू उर्फ पंडित व रहीम के साथ करीब दो माह पहले दिल्ली में चोरी की योजना तैयार की थी। लॉकडाउन में काम नहीं होने के चलते इन पर काफी उधारी हो गई थी। इसके लिए उन्होंने गुरुग्राम में पहले फर्जी आइडी से दीन्नू का ड्राइविग लाइसेंस बनाया। जिससे की वारदात के बाद वह ट्रेस न हो सके। इसके बाद उन्होंने देहरादून में जितेंद्र चौधरी की मदद से डेढ़ माह पहले टांसपोर्ट कंपनी में उसकी चालक की नौकरी लगवाई। उन्होंने ऐसी ट्रांसपोर्ट कंपनी को चुना जो कि लैपटॉप आदि का सामान ले जाने के लिए अपने वाहन लगाती है। अपने मोहरे को सेट करने के बाद यह मौके का इंतजार करते रहे। फर्जी आइडी पर दीन्नू ने सिम लिया। 26 अक्टूबर को ही दीन्नू ने मास्टर माइंड को बता दिया था कि लाखों के लैपटॉप रुड़की जाने हैं। इसके बाद उन्होंने सन्नी की कार बुक की। सन्नी को इसकी भनक नहीं लगी। जब माल कार में लादते समय सन्नी को इसका पता चला तो पांच हजार का लालच देकर उसे भी साथ मिला लिया। पुलिस ने समय रहते आरोपितों को पकड़ लिया। अन्यथा आरोपित यह माल लेकर मुंबई ले जाते।

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एक दिन बाद भेजने थे एक करोड़ के मोबाइल

रुड़की: दीन्नू उर्फ पंडित ने ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक का विश्वास पूरी तरह से जीत लिया था। दीन्नू को 12 हजार रुपये की नौकरी पर रखा था। पुलिस ने बताया कि 28 अक्टूबर को ट्रांसपोर्ट कंपनी दीन्नू के लोडर से एक करोड़ रुपये के मोबाइल रुड़की, हरिद्वार और अन्य जगहों पर भेजने की तैयारी में थी, लेकिन एक दिन पहले ही यह वारदात हो गई।

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