बढ़ते जलस्तर से कांगड़ी-गाजीवाली में दहशत

गंगा में लगातार बढ़ रहे जलस्तर से कांगड़ी गाजीवाली के ग्रामीण दहशत में हैं। कांगड़ी गांव में एक और सिद्ध सोत्र के नाले और वहीं दूसरी ओर गंगा उफान पर होने से अब गंगा गांव से सटकर बह रही है। ग्रामीण बार-बार अपने घरों की छत पर चढ़ जलस्तर देख रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Jul 2021 08:52 PM (IST) Updated:Mon, 19 Jul 2021 08:52 PM (IST)
बढ़ते जलस्तर से कांगड़ी-गाजीवाली में दहशत
बढ़ते जलस्तर से कांगड़ी-गाजीवाली में दहशत

संवाद सूत्र, लालढांग: गंगा में लगातार बढ़ रहे जलस्तर से कांगड़ी गाजीवाली के ग्रामीण दहशत में हैं। कांगड़ी गांव में एक और सिद्ध सोत्र के नाले और वहीं दूसरी ओर गंगा उफान पर होने से अब गंगा गांव से सटकर बह रही है। ग्रामीण बार-बार अपने घरों की छत पर चढ़ जलस्तर देख रहे हैं।

पहाड़ों सहित मैदानी क्षेत्र में पिछले दो दिन से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे प्रदेश के निचले हिस्से हरिद्वार में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। जलस्तर बढ़ने से लालढांग न्याय पंचायत के कांगड़ी, गाजीवाली गांव के ग्रामीण दहशत में है। आलम यह है कि कांगड़ी गांव में पहाड़ों से आ रहे सिद्ध सोत्र नाला अपने उफान पर है तो वहीं गंगा का भी जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। अब गंगा और कांगड़ी गांव के बीच सिर्फ पांच फुट की मिट्टी की ढांग रह गई है, जो पानी बढ़ने और लगातार बारिश होने से कभी भी ढह सकती है, जिससे कांगड़ी गांव डूबने की कगार पर आ सकता है। ग्रामीणों का आरोप है कि सिचाई विभाग पानी से हो रहे कटाव को लेकर कोई भी ठोस कदम नहीं उठाता है। सिर्फ पैसों को बंदरबांट के लिए बरसात के समय ही वायर क्रेट बनाए जाते हैं।

पूर्व प्रधान राजेश कुमार, सुनोज कुमार पाल, रविद्र पाल, लक्की, दिवाकर चौहान ने बताया कि कुछ वर्षों पहले लाखों रुपये के बजट से कांगड़ी गांव में पत्थरों के बड़े-बड़े ब्लॉक बनाए गए थे, जो उस समय की पहली ही बारिश में धराशायी हो गए थे। अब ग्रामीण बढ़ते जलस्तर से काफी दहशत में हैं, जिन ग्रामीणों के घर गंगा से सटे हुए हैं, उनकी रातों की नींद उड़ चुकी है। सीनियर सिटीजन प्रताप सिंह पाल ने बताया कि रात भर कई बार जाग-जाग छत में चढ़ जलस्तर देख रहे हैं। बताया कि अगर जल्द ही कांगड़ी गांव को बाढ़ से बचाने के लिए कोई कारगर योजना नहीं बनाई गई तो आने वाले दिनों में कांगड़ी गांव पर बाढ़ का खतरा मंडरा सकता है। ऐसी स्थिति में कांगड़ी सहित गाजीवाली और श्यामपुर गांव भी बाढ़ के कहर से अछूते नहीं रह पाएंगे।

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