शब-ए-कद्र पर घरों में ही करें इबादत

जागरण संवाददाता हरिद्वार उलेमाओं ने लॉकडाउन के बीच शब-ए-कद्र में अपने घरों में रहक

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Apr 2020 03:28 PM (IST) Updated:Wed, 08 Apr 2020 03:28 PM (IST)
शब-ए-कद्र पर घरों में ही करें इबादत
शब-ए-कद्र पर घरों में ही करें इबादत

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: उलेमाओं ने लॉकडाउन के बीच शब-ए-कद्र में अपने घरों में रहकर ही इबादत करने की अपील की है। इबादत की रात कही जाने वाली शब-ए-कद्र में लोग अमूमन मस्जिदों और कब्रिस्तान में जाकर इबादत करते हैं। इस बार लॉकडाउन के चलते घरों में ही इबादत की अपील की जा रही है। वहीं शब-ए-कद्र को लेकर पुलिस प्रशासन भी अलर्ट है।

कुरआन में शब-ए-कद्र को इबादत की रात कहा गया है। शब-ए-कद्र को कुछ लोग शब-ए-बरात यानि इबादत के लिए जागने की रात भी कहते हैं। इस रात में पुरुष मस्जिदों और कब्रिस्तान में जाकर इबादत करते हैं और महिलाएं घरों पर ही नमाज व कुरआन की तिलावत करती हैं। इस बार गुरुवार की रात शब ए कद्र की रात है। जमीयत उलेमा ए हिद के सूबाई सदर मौलाना आरिफ कासमी ने घरों पर रहकर इबादत करने की अपील करते हुए कहा कि मस्जिदों में फर्ज नमाज पर भी रोक लगाई गई है। यह तो फिर भी नवाफिल इबादत है। लोग मस्जिद व कब्रिस्तान जाने के बजाय घरों में रहकर नमाज व कुरआन का अहतमाम करते हुए कोरोना से पूरे मुल्क व दुनिया की हिफाजत की दुआ करें। खासतौर पर बच्चों को बाहर न निकलने दें।

एक्कड़ मदरसे के नाजिम मौलाना शराफत कासमी ने कहा कि लोग घरों में ही रहकर पूरे मुल्क व दुनिया की सलामती के लिए दुआ करें। इसी में सबकी भलाई है। मौलाना इकबाल कासमी ने कहा कि लोग घरों में इबादत करते हुए पुलिस प्रशासन को पूरा सहयोग दें। वहीं एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने भी जनपद के मुस्लिमों से शब-ए-कद्र पर लॉकडाउन का पालन करने की अपील की है।

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