अब यशपाल तोमर ने तोष जैन पर लगाया साजिश का आरोप
उद्योगति तोष जैन की ओर से कनखल थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे के मामले में अब यशपाल तोमर ने डीजीपी अशोक कुमार से मुलाकात कर जैन पर साजिश का आरोप लगाया है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: उद्योगति तोष जैन की ओर से कनखल थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे के मामले में अब यशपाल तोमर ने डीजीपी अशोक कुमार से मुलाकात कर जैन पर साजिश का आरोप लगाया है। यशपाल का आरोप है कि कुख्यात सुनील राठी व संजीव जीवा उसे जेल भिजवाकर हत्या कराना चाहते हैं और तोष जैन की ओर से दर्ज कराया गया फर्जी मुकदमा इसी साजिश का हिस्सा है। डीजीपी ने निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
कनखल निवासी उद्योगपति तोष जैन ने परिवार के साथ मीडिया के सामने आकर अपनी जान का खतरा जताते हुए यशपाल तोमर निवासी बागपत उत्तर प्रदेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद विश्व हिदू परिषद नेता साध्वी प्राची ने हरिद्वार आकर तोष जैन के आरोपों को गलत बताते हुए यशपाल तोमर से हुई उनकी बातचीत के आडियो क्लिप जारी किए थे। गुरुवार को यशपाल तोमर ने देहरादून पहुंचकर डीजीपी अशोक कुमार को चिट्ठी देते हुए बताया कि भूपतवाला स्थित जमीन उदासीन संप्रदाय के बाबा टहल दास से उनके शिष्यों व पुत्रों को मिली है। जमीन से जुड़े कई मुकदमें अलग-अलग राज्यों कोर्ट में चल रहे हैं। बताया कि जमीन से संबंधित टैक्स जमा उदासीन पंत के विभिन्न डेरों पर आयकर के 25 करोड़ से ज्यादा ब्याज का नोटिस आया है। जिस कारण यह जमीन कुर्क भी हो सकती है। इसी संबंध में बातचीत के लिए तोष जैन के बुलाने पर वह कनखल उनके घर गए थे। यशपाल तोमर ने आरोप लगाया कि पूर्व में भी कुख्यात सुनील राठी, संजीव जीवा व उनके गुर्गे प्रताप सिंह उर्फ बोना चोर आदि झूठे मुकदमें में फंसाकर जेल पहुंचाने का प्रयास कर चुके हैं। नया मुकदमा भी इसी साजिश का हिस्सा है। यशपाल तोमर का कहना है कि वह पुलिस को हर साक्ष्य व दस्तावेज उपलब्ध कराने को तैयार है, कार्रवाई से पहले निष्पक्ष जांच की जाए। इसके बाद फर्जी मुकदमा दर्ज कराने पर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाए। डीजीपी अशोक कुमार ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है।
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बाबा दयाल दास ने बनाया था पैरोकार
हरिद्वार: यशपाल तोमर ने डीजीपी को दी गई चिट्टी में बताया कि तोष जैन के पिता पारस कुमार जैन से उनकी मुलाकात बाबा दयाल दास के डेरे पर हुई थी। बाबा दयाल दास की इच्छा पर उन्हें जमीन के वाद-विवाद में पैरोकार बनाया था। इसलिए उन्होंने हर जगह जमीन की निगरानी की। समय-समय पर उन्होंने तोष, मोनिका जैन के साथ मिलकर कई दस्तावेज रजिस्टर्ड व कैंसल किए और समझौते कोर्ट में दाखिल किए गए। आरोप लगाया कि तोष जैन ने फर्जी व निरस्त दस्तावेजों के सहारे भूपतवाला स्थित जमीन का मालिकाना हक अपनी पत्नी मोनिका जैन को देने का प्रयास किया था।