अब ऊर्जा निगम सीसीटीवी कैमरों से रोकेगा बिजली चोरी

यूपीसीएल के एमडी डॉ. नीरज खैरवाल ने विद्युत विभाग की समीक्षा बैठक में जिले में सर्वाधिक लाइन लॉस पर नाराजगी जताई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Dec 2020 09:36 PM (IST) Updated:Mon, 07 Dec 2020 09:36 PM (IST)
अब ऊर्जा निगम सीसीटीवी कैमरों से रोकेगा बिजली चोरी
अब ऊर्जा निगम सीसीटीवी कैमरों से रोकेगा बिजली चोरी

जागरण संवाददाता, हरिद्वार : यूपीसीएल के एमडी डॉ. नीरज खैरवाल ने विद्युत विभाग की समीक्षा बैठक में जिले में सर्वाधिक लाइन लॉस पर नाराजगी जताई। इसे कम करने को प्रभावी कदम उठाने को कहा। जिन इलाकों से बिजली चोरी की ज्यादा शिकायतें हैं वहीं सीसीटीवी कैमरे लगाने और मोबाइल से मॉनीटरिग करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने वितरण लॉस कम करने को पुलिस प्रशासन की मदद लेने और ज्यादा वितरण लॉस वाले क्षेत्रों में प्रचार प्रसार और जागरूकता पर जोर दिया।

सोमवार को सीसीआर में आयोजित बैठक में डॉ. खैरवाल ने कहा यदि कोई उद्योग बिजली की चोरी करते पकड़ा जाता है, तो कनेक्शन कटने पर जल्दी नहीं जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विद्युत चोरी रोकने को आर्मड केबिल का इस्तेमाल करने को कहा। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को तहसील दिवस आदि में अनिवार्य रूप से शामिल होने को कहा। ताकि जनता की समस्याओं का त्वरित निस्तारण हो सके।

बैठक में अन्य डिवीजनों में हो रही वितरण लॉसेज के संबंध में भी विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने इंडस्ट्रियल और कॉमर्शियल लॉसेज किसी भी सूरत में एक फीसद से ज्यादा नहीं होने की हिदायत दी। कहा कि मीटर भी वेल प्रूफ होने चाहिए। बैठक में जिलाधिकारी सी. रविशंकर, अपर जिलाधिकारी केके मिश्रा, विद्युत विभाग, पुलिस विभाग, विजिलेंस विभाग के अधिकारियों सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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सिडकुल अधिकारियों की प्रशंसा की

हरिद्वार : समीक्षा के दौरान सिडकुल के अधिकारियों ने बताया कि सिडकुल का लॉस एक फीसद है। जिस पर प्रबंध निदेशक ने सिडकुल के अधिकारियों की प्रशंसा की। सही काम करने वालों को उन्होंने पूर्ण सहयोग का भरोसा दिया।

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पुलिस का नहीं मिलता सहयोग

हरिद्वार: विद्युत विभाग के अधिकारियों ने पुलिस का अपेक्षित सहयोग न मिलने की बात कही। इस पर पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विभागीय अधिकारी अगर कोई मामला होता है तो उसे स्थानीय पुलिस को नहीं बताते। इससे दिक्कत आती है। इस पर जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने ऐसे मामलों में पुलिस को पूर्व सूचित करने को कहा।

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