चिड़ियापुर बॉर्डर पर जांच के नाम पर खानापूर्ति

उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश के बॉर्डर चिड़ियापुर एवं लहरपुर पर कोविड-19 की जांच के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 07:58 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 07:58 PM (IST)
चिड़ियापुर बॉर्डर पर जांच  के नाम पर खानापूर्ति
चिड़ियापुर बॉर्डर पर जांच के नाम पर खानापूर्ति

संवाद सूत्र, लालढांग: उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश के बॉर्डर चिड़ियापुर एवं लहरपुर पर कोविड-19 की जांच के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही है। बाहरी प्रदेशों से आने वाले सिर्फ कमर्शियल वाहनों में बैठी सवारियों की ही जांच की जा रही है। अधिकांश गाड़ियों में कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करते हुए शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा है।

पिछले कुछ दिनों से देश के कई प्रदेशों में कोविड-19 संक्रमित की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है। ऐसे में अब प्रदेश में भी इस पर फिर सख्ती से जांच का आदेश दिया गया है। लेकिन, उत्तराखंड-उप्र के बॉर्डर चिड़ियापुर एवं लहरपुर पर इसे लेकर कतई गंभीरता नहीं बरती जा रही। निजी वाहनों एवं सरकारी बसों में बैठे सवारियों की सैंपलिग नहीं की जा रही है । नजीबाबाद और कोटद्वार की ओर से आने वाले वाहनों में कोविड-19 के नियमों को ताक पर रख 12 से 14 सवारियां बिठाई जा रही हैं, जिससे शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा है। वाहनों में सवारियां एक दूसरे से सट कर बैठी हुई हैं। ऐसे में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ रहा है। मंगलवार को खुद यातायात निरीक्षक हरिद्वार-गैंड़ीखाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की चेकिग कर रहे थे। मगर उसके बावजूद मैक्स वाहनों में शारीरिक दूरी के नियम का जमकर उल्लंघन हो रहा है। एसओ श्यामपुर दीपक कठैत ने बताया कि शारीरिक दूरी के उल्लंघन और ओवरलोड के खिलाफ समय-समय पर अभियान चलाया जाता है अगर उसके बावजूद भी वाहन चालक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं तो जल्द ही वृहद स्तर पर चेकिग कर कार्रवाई की जाएगी।

chat bot
आपका साथी