भक्तों ने मां स्कंदमाता के नाम के लगाए जयकारे, किया गुणगान

शहर के विभिन्न मंदिरों में रविवार को मां स्कंदमाता की विधिविधान के साथ पूजा-अर्चना की गई। वहीं घर-घर में भी मां के भक्तों ने उनकी आराधना की। नवरात्र में मां के भक्त उनकी भक्ति में दिन-रात मग्न दिखाई दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 10 Oct 2021 11:41 PM (IST) Updated:Sun, 10 Oct 2021 11:41 PM (IST)
भक्तों ने मां स्कंदमाता के नाम के लगाए जयकारे, किया गुणगान
भक्तों ने मां स्कंदमाता के नाम के लगाए जयकारे, किया गुणगान

जागरण संवाददाता, रुड़की: शहर के विभिन्न मंदिरों में रविवार को मां स्कंदमाता की विधिविधान के साथ पूजा-अर्चना की गई। वहीं घर-घर में भी मां के भक्तों ने उनकी आराधना की। नवरात्र में मां के भक्त उनकी भक्ति में दिन-रात मग्न दिखाई दे रहे हैं।

इस साल शारदीय नवरात्र पर चतुर्थी तिथि का क्षय रहा। इस वजह से रविवार को पंचम नवरात्र पर मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप मां स्कंदमाता की पूजा-अर्चना की गई। शहर के साकेत स्थित प्रसिद्ध दुर्गा चौक मंदिर में मां दुर्गा के स्वरूप के अनुसार ही उनका श्रृंगार किया गया और उनकी विशेष आराधना की गई। वहीं अलसुबह से ही श्रद्धालुओं ने भी मां के दरबार में मत्था टेकने के लिए पहुंचना प्रारंभ कर दिया। मंदिर में मां के दर्शन के लिए हर आयु वर्ग के भक्त पहुंचे। भक्तों ने मां को लाल चुनरी, श्रृंगार का सामान, नारियल, फल, पुष्प, मिष्ठान आदि पूजन सामग्री अर्पित की। साथ ही मां से अपने घर-परिवार में सुख, समृद्धि और शांति बनाए रखने की कामना की। इसके अलावा कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए भी प्रार्थना की गई। पश्चिमी अंबर तालाब स्थित माता मनकामेश्वरी दुर्गा देवी मंदिर में आचार्य आदर्श भारद्वाज ने मंत्रोच्चारण के साथ मां की आराधना की। समाजसेवी नवीन कुमार जैन एडवोकेट ने बताया कि शारदीय नवरात्र पर मंदिर में मां के स्वरूप के अनुसार ही उनकी विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है। इसके अलावा मंदिर में प्रतिदिन दोपहर तीन बजे से भजन-कीर्तन कर माता का गुणगान भी किया जा रहा है। इस मौके पर रक्षक जैन, अदिति जैन, अंतरिक्ष, तेजस्विनी, ईशा, रेखा, नैना, वर्णिका आदि पूजा में शामिल हुए। इनके अलावा सिविल लाइंस के श्री जीवनमुक्त प्रेम मंदिर, नहर किनारे के श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर, रामनगर के राम मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे।

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