हत्या से पहले महिला ने किया संघर्ष

जागरण संवाददाता, हरिद्वार : आनंदधाम कॉलोनी में महिला की हत्या आसानी से नहीं हुई है। पुलिस को मौका ए

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Sep 2018 03:05 AM (IST) Updated:Wed, 19 Sep 2018 03:05 AM (IST)
हत्या से पहले महिला  ने किया संघर्ष
हत्या से पहले महिला ने किया संघर्ष

जागरण संवाददाता, हरिद्वार : आनंदधाम कॉलोनी में महिला की हत्या आसानी से नहीं हुई है। पुलिस को मौका ए वारदात से संघर्ष के निशान मिले हैं। किरण की चूड़ियों के टुकड़े इस बात का प्रमाण हैं कि उसने बचने के लिए हत्यारे से काफी संघर्ष किया है। साथ ही आसपास का सामान भी बिखरा मिला है, लेकिन ताअज्जुब की बात यह है कि किसी ने भी किरन के चीखने चिल्लाने की आवाज नहीं सुनी है। यह बात पुलिस के गले नहीं उतर रही है। पुलिसकर्मियों के अलावा आला अधिकारियों ने भी किरायेदारों से इस बारे में पूछताछ की है।

पहले भी जख्मी देखी गई थी किरन

मकान मालकिन ने पुलिस को बताया कि कुछ दिन पहले किरन के हाथ पर जख्म देखा था। पूछने पर किरन ने बताया था कि चूड़ी टूटने से जख्म बना है। लेकिन सावित्री का कहना है कि जख्म चूड़ी टूटने का नहीं था। मौसा-मौसी और बेटी आए थे मिलने

किरायेदारों ने बताया कि हफ्ते भर पहले किरन के मौसा-मौसी उससे मिलने आए थे। दरअसल किरन का मायका लखनऊ में है। उसकी शादी पंजाब के किसी शहर में होने की बात पता चली है। आसपास की महिलाओं ने बताया कि किरन से मिलने एक 20 साल की युवती आती रहती थी। उसे किरन अपनी बेटी बताती थी। अच्छी बात यह है कि मकान मालकिन ने किरन का पुलिस सत्यापन कराया हुआ था। उसमें किरन ने अपने तीन बच्चे 12 साल की बेटी विनीता, 11 साल के बेटे शुभम और नौ साल के बेटे विमल की जानकारी दी थी। आठवीं की किताबें, गुरुमुखी की चिट्ठी मिली

कमरे से आठवीं कक्षा की किताबें मिली हैं। साथ ही एक पेज भी मिला है। जिस पर गुरुमुखी से कुछ लिखा गया है। पुलिस फिलहाल इसे पढ़ नहीं पाई है। चूंकि किरन की शादी पंजाब हुई थी। ऐसा लग रहा है कि उसे गुरुमुखी आती होगी। आठवीं की किताबें मिलने से पुलिस यह भी मान रही है कि शायद किरन पढ़ाई कर रही होगी।

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