ट्रेन में बिछुड़े मां-बेटे को जीआरपी ने मिलाया
राप्ती गंगा एक्सप्रेस ट्रेन से देहरादून जा रही एक महिला लक्सर में अपने बेटे को मिलायाप्।
संवाद सूत्र, लक्सर: राप्ती गंगा एक्सप्रेस ट्रेन से देहरादून जा रही एक महिला लक्सर में अपने बेटे से बिछुड़ गई। महिला ने जीआरपी थानाध्यक्ष को जानकारी दी। इसके बाद महिला के बेटे को ज्वालापुर में सुरक्षित ट्रेन से उतारा गया। बाद में थानाध्यक्ष ने महिला को हरिद्वार भिजवाया, जहां बिछुड़े मां-बेटे मिल गए।
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोंडा के मोतीगंज निवासी रामतियाज अपनी पत्नी प्रमिला और बेटे जसमिद्र के साथ देहरादून में रहकर काम करते थे। दो साल पहले रामतियाज की मौत हो गई थी। इसके बाद प्रमिला वहीं रहकर छोटे-मोटे काम कर अपने दस साल के बेटे का पालन पोषण कर रही थी। कुछ दिन पहले मां-बेटा गोंडा गए थे। शनिवार को गोरखपुर-देहरादून राप्ती गंगा एक्सप्रेस ट्रेन से दोनों देहरादून लौट रहे थे। दोपहर के समय ट्रेन लक्सर में रुकी तो प्रमिला पानी लेने के लिए प्लेटफार्म पर उतरी। इससे पहले कि वह पानी लेकर लौटती ट्रेन चल पड़ी और उसका बेटा ट्रेन में ही चला गया। महिला ट्रेन के पीछे दौड़ी लेकिन ट्रेन में नहीं चढ़ सकी। ट्रेन रवाना होने के बाद वह जानकारी कर जीआरपी थाने पहुंची और थानाध्यक्ष सुभाषचंद्र को रोते हुए पूरी बात बताई। उन्होंने महिला को शांत कराया। इसके बाद उन्होंने तत्काल हरिद्वार जीआरपी थानाध्यक्ष अनुज सिंह को जानकारी दी। तब तक ट्रेन ज्वालापुर पहुंचने वाली थी। महिला और एसओ सुभाषचंद्र के बताए हुलिए की मदद से हरिद्वार जीआरपी ने ज्वालापुर में ट्रेन में अकेले रो रहे बालक की फोटो मोबाइल से लक्सर भेजकर तस्दीक करने के बाद बालक को सकुशल बरामद कर दिया। इसके बाद जीआरपी थानाध्यक्ष ने निजी खर्च पर एक होमगार्ड के साथ महिला को हरिद्वार भेजा, जहां बिछुड़े मां-बेटे आपस में मिल गए। थानाध्यक्ष सुभाषचंद्र ने बताया कि महिला के बेटे को सकुशल उसके साथ देहरादून भिजवा दिया गया है।