मंत्री यतीस्वरानंद ने किया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण, डॉक्टरों की गैरमौजूदगी पर भड़के

गन्ना मंत्री यतीस्वरानंद ने नारसन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान डॉक्टरों की मौजूदगी न होने पर मंत्री भड़क उठे और स्वास्थ्य सचिव को फोन कर नारसन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाली पर संज्ञान लेने के निर्देश दिए।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 04:59 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 04:59 PM (IST)
मंत्री यतीस्वरानंद ने किया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण, डॉक्टरों की गैरमौजूदगी पर भड़के
मंत्री यतीस्वरानंद ने किया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण।

संवाद सूत्र, नारसन। गन्ना मंत्री यतीस्वरानंद ने नारसन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान डॉक्टरों की मौजूदगी न होने पर मंत्री भड़क उठे और स्वास्थ्य सचिव को फोन कर नारसन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाली पर संज्ञान लेने के निर्देश दिए। इस मौके पर ग्रामीणों ने भी अवस्थाओं को लेकर हंगामा किया। 

नारसन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दोपहर के बाद गन्ना मंत्री स्वामी यतीस्वरानंद निरीक्षण को पहुंचे। मौके पर स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक न होने पर मंत्री का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया, जिसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत स्वास्थ्य सचिव से की। इसके अलावा वहां हो रहे वैक्सीनेशन की जानकारी ली। स्वास्थ्य केंद्र में केवल दो ही संविदा डॉक्टर मिलने पर गन्ना मंत्री भड़क गए और वहां मौजूद डॉक्टर और एसीएमओ डॉ. साकिया की जमकर क्लास ली। साथ ही स्वास्थ्य केंद्र में व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा रात्रि में आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध कराने के आदेश भी दिए। 

वहीं, भारतीय किसान यूनियन के गढ़वाल महामंत्री अरविंद राठी के नेतृत्व में दर्जनों लोगों ने अवस्थाओं को लेकर जमकर हंगामा काटा। इसपर गन्ना मंत्री ने नारसन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराने का आश्वासन दिया और दोबारा निरीक्षण करने का भी आश्वासन दिया। इस अवसर पर रिशिपाल बालियान सुशील राठी योगेश कुमार सोनू धीमान मनोज राठी विकास कुमार संजीव पारूल आदि लोग मौजूद रहे।

वहीं, दूसरी ओर मंत्री के आने से पहले ही एक कोरोना पॉजिटिव को स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था, लेकिन उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद मृतक का शव पहले तो मरीजों के बैठने वाली टेबल पर पड़ा रहा और फिर उसके बाद खुले में ही स्ट्रेचर पर पड़ा रहा। इसे देखकर मंत्री भड़क गए और शव को खुले में रखने को लेकर भारी नाराजगी जाहिर की। साथ ही लापरवाह डॉक्टरों और कर्मचारियों खिलाफ कार्रवाई करने की भी बात कही।

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