आदमखोर गुलदार का एक गोली से हुआ अंत, देहरादून से आए शूटरों ने किया ढेर

आदमखोर नर गुलदार का शनिवार देर शाम अंत कर दिया गया। दिनभर चले सर्च ऑपरेशन में देहरादून से आए शिकारियों ने गुलदार को ढेर किया।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sun, 19 Jan 2020 08:38 AM (IST) Updated:Sun, 19 Jan 2020 08:38 AM (IST)
आदमखोर गुलदार का एक गोली से हुआ अंत, देहरादून से आए शूटरों ने किया ढेर
आदमखोर गुलदार का एक गोली से हुआ अंत, देहरादून से आए शूटरों ने किया ढेर

हरिद्वार, जेएनएन। आतंक का पर्याय बन चुके आदमखोर नर गुलदार का शनिवार देर शाम अंत कर दिया गया। दिनभर चले सर्च ऑपरेशन में देहरादून से आए शिकारियों ने गुलदार को ढेर किया। हालांकि, इससे पहले गुलदार बच निकला था, लेकिन चौथी बार में शिकारियों ने उसे मारने में सफलता हासिल कर ली। इससे क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है।

वन विभाग ने बुधवार को गुलदार को मारने के आदेश जारी कर दिए थे, जिसके बाद शनिवार को डीएफओ आकाश कुमार वर्मा के नेतृत्व में देहरादून से आए शूटर डॉ. प्रशांत और जहीर बक्शी ने सर्च आपरेशन शुरू कर दिया था। गुलदार को पहली बार सेक्टर चार में स्थित केंद्रीय विद्यालय के निकट भेल की जमीन पर बने जंगल में देखा गया। इस दौरान शूटरों ने गुलदार को जैसे ही निशाना बनाने के लिए बंदूक का ट्रिगर दबाना चाहा तो वैसे ही एक कार के तेज हॉर्न की आवाज सुनकर गुलदार भागकर झाड़ियों में चला गया। इसके बाद भी दो बार गुलदार दिखाई दिया, लेकिन शूटरों को गच्चा देता रहा। 

इसके बाद भी वन विभाग ने गुलदार की घेराबंदी करके आपरेशन जारी रखा। जिससे गुलदार को राजाजी टाइगर के जंगलों में जाने का मौका नहीं मिला। इससे गुलदार को चौथी बार में शूटरों ने मार गिराया। आदमखोर गुलदार महज एक गोली से ही ढेर हो गया। मारे गए गुलदार की आयु तकरीबन आठ वर्ष थी।

हरिद्वार रेंजर दिनेश प्रसाद नौड़ियाल ने बताया कि गुलदार के शव को चिड़ियापुर स्थित रेस्क्यू सेंटर ले जाया जा रहा है। जहां उसका पोस्टमार्टम करने के बाद शव को जला दिया जाएगा। गौरतलब है कि राजाजी टाइगर रिजर्व से सटे क्षेत्र से आबादी में पहुंचकर गुलदार ने एक किसान को गंभीर रूप से घायल करने के साथ ही दो लोगों को अपना शिकार बनाया था। तब से क्षेत्र में लोग गुलदार की दहशत में थे।

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ढाई माह से गुलदार के खौफ में जी रहे थे क्षेत्र के लोग

ढाई माह से गुलदार के खौफ में लोग जी रहे थे। गुलदार दो लोगों को मौत के घाट उतारने के साथ ही एक किसान को गंभीर रूप से घायल कर चुका था, लेकिन अब गुलदार का अंत होने से लोगों को राहत की सांस मिल गई है। राजाजी टाइगर रिजर्व के जंगलों से सटे भेल के सेक्टर चार, पांच समेत अन्य क्षेत्रों मे गुलदार ने आतंक मचा हुआ था। गुलदार ने बीते साल दीपावली की रात 27 अक्टूबर को सुभाषनगर निवासी राजेंद्र पर हमला करके उसे मौत के घाट उतार दिया था। 

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यहीं पर इस साल दस जनवरी की रात में आन्नेकी हेत्तमपुर निवासी मजदूर सुखराम को भी गुलदार ने हमला कर मौत की नींद सुला दिया था। चार जनवरी को सुभाषनगर क्षेत्र में शाम के समय अपने खेतों में गए पांवधोई ज्वालापुर निवासी इरफान उर्फ फन्नी पर गुलदार ने हमला कर गंभीर रूप से हमला कर दिया था। जिससे गुलदार को आदमखोर घोषित कर मारने की मांग उठ रही थी। रानीपुर विधायक आदेश चौहान ने भी सीएम से गुलदार को मारने के आदेश जारी करने की मांग की थी। जिससे गुलदार को आदमखोर घोषित कर मारने की तैयारियां शुरू कर दी गई थीं।

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