पंत दंपती की तलाश में एसआइटी ने दिल्ली में मारा छापा
हरिद्वार कुंभ 2021 में हुए कोरोना जांच फर्जीवाड़े की जांच कर रही एसआइटी आखिरकार नींद से जागी है। दीपावली का त्योहार मनाने के बाद एसआइटी पंत दंपती की धरपकड़ के लिए दिल्ली गई है। टीम ने वहां छापेमारी भी की लेकिन कोई भी आरोपित हाथ नहीं आया।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : हरिद्वार कुंभ 2021 में हुए कोरोना जांच फर्जीवाड़े की जांच कर रही एसआइटी आखिरकार नींद से जागी है। दीपावली का त्योहार मनाने के बाद एसआइटी पंत दंपती की धरपकड़ के लिए दिल्ली गई है। टीम ने वहां छापेमारी भी की, लेकिन कोई भी आरोपित हाथ नहीं आया।
कुंभ में कोरोना टेस्टिग में करोड़ों का घोटाला सामने आने के बाद तत्कालीन सीएमओ हरिद्वार डा. शंभू कुमार झा की ओर से शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस मामले की जांच कर रही एसआइटी छह माह में केवल एक आरोपित आशीष वशिष्ठ को ही गिरफ्तार कर सकी है। भिवानी की डेल्फिया लैब के मालिक आशीष वशिष्ठ ने ही घोटाले के मास्टरमाइंड शरत पंत व मल्लिका पंत की मुलाकात हरियाणा हिसार में लैब चलाने वाले नवतेज नलवा से कराई थी।
इधर हरिद्वार में शहर कोतवाली प्रभारियों के तबादले होने से छह माह में तीन विवेचनाधिकारी बदल चुके हैं। जिससे जांच प्रभावित हो रही है। हाईप्रोफाइल मामले में इस तरह की सुस्ती पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। जबकि एसआइटी मैक्स कारपोरेट सर्विसेज के पार्टनर दंपती शरत पंत व मल्लिका पंत के अलावा नलवा लैब के मालिक डा. नवतेज नलवा के खिलाफ कुर्की से पहले मुनादी की कार्रवाई कर चुकी है। लेकिन, अगली कार्रवाई के नाम पर एसआइटी जांच पर कुंडली मारकर बैठी रही। दीपावली का त्योहार मनाने के बाद आखिरकार एसआइटी को पंत दंपती की गिरफ्तारी याद आ गई है। एक पुलिस टीम छापेमारी के लिए दिल्ली भेजी गई है। टीम ने दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में पंत दंपती के ठिकानों पर दबिश दी। उनके कुछ करीबियों से भी पूछताछ की, पर उनका कुछ पता नहीं चल पाया। वहीं, एसएसपी डा. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि मामले की जांच चल रही है।