वायरल का बढ़ा प्रकोप, बुखार के दो सौ केस
डाक्टर साहब मुझे कोरोना तो नहीं हो गया है। बुखार खांसी और गले में दर्द है। इन दिनों सिविल अस्पताल में उपचार के लिए आ रहे ज्यादातर बुखार से पीड़ित मरीज चिकित्सक से यही बोल रहे हैं।
संवाद सहयोगी, रुड़की : डाक्टर साहब मुझे कोरोना तो नहीं हो गया है। बुखार, खांसी और गले में दर्द है। इन दिनों सिविल अस्पताल में उपचार के लिए आ रहे ज्यादातर बुखार से पीड़ित मरीज चिकित्सक से यही बोल रहे हैं। वायरल की चपेट में आ रहे मरीजों में कोरोना की दहशत बनी हुई है। बुधवार को करीब 450 मरीज अस्पताल की ओपीडी में आए। इनमें 200 से अधिक मरीज ऐसे थे जिनको वायरल बुखार था।
पिछले कुछ दिनों से मौसम में काफी बदलाव नजर आ रहा है। वहीं मौसम के परिवर्तन के कारण स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। हल्की सी भी लापरवाही से लोग वायरल की चपेट में आ रहे हैं। जिससे बुखार, गले में खराश व दर्द, जुकाम और खांसी की शिकायत हो रही है। कुछ मरीज कमजोरी भी महसूस कर रहे हैं। सिविल अस्पताल में उपचार को आने वाले अधिकांश मरीज आजकल वायरल बुखार के ही हैं। चिकित्सकों ने बताया कि मौसम में परिवर्तन के कारण अक्सर इस मौसम में वायरल हो जाता है। उन्होंने बताया कि मरीजों में कोरोना की दहशत है। चिकित्सकों का कहना है कि लोग कोरोना को लेकर काफी सतर्क हैं। मरीज स्वयं ही कोविड जांच कराने के लिए कह रहे हैं। कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एके मिश्रा ने बताया कि मौसम में परिवर्तन की वजह से वायरल बुखार के मरीज ज्यादा आ रहे हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का काफी प्रकोप रहा है। इसी कारण लोग कोरोना को लेकर डरे हुए हैं। उन्होंने बताया कि चिकित्सक मरीज का चेकअप करता है। बीमारी से संबंधी जानकारी लेता है। यदि इसमें कोविड जैसा कुछ लक्षण लगता है तभी चिकित्सक कोविड जांच लिखता है। हालांकि अभी जितने भी केस आ रहे हैं। वह सभी सामान्य बुखार के ही हैं।