कुंभ पुलिस को आइजी ने पढ़ाया अनुशासन का पाठ
कुंभ मेला आइजी संजय गुंज्याल ने मेला संपन्न कराने आए पुलिसकर्मियों को साफ तौर पर संदेश दिया है कि अनुशासनहीनता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चूंकि मेले में देश भर से श्रद्धालु आते हैं इसलिए मेला पुलिस की साख पर दाग नहीं लगना चाहिए।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : कुंभ मेला आइजी संजय गुंज्याल ने मेला संपन्न कराने आए पुलिसकर्मियों को साफ तौर पर संदेश दिया है कि अनुशासनहीनता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चूंकि मेले में देश भर से श्रद्धालु आते हैं, इसलिए मेला पुलिस की साख पर दाग नहीं लगना चाहिए।
14 जनवरी के मकर संक्रांति स्नान पर्व पर ड्यूटी के लिए सभी अधिकारी खुद को और अपने अधीनस्थ पुलिस बल को मानसिक व शारिरिक तौर से तैयार करें। आइजी संजय गुंज्याल ने मंगलवार को सीसीआर में राजपत्रित पुलिस अधिकारियों और सेक्टर प्रभारियों की बैठक ली। जिसमें पूर्व की बैठक में दिए गए दिशा-निर्देशों पर हुई कार्यवाही की समीक्षा की गई। निर्देशों का पालन नहीं करने पर कुछ सेक्टर प्रभारियों ने खेद जताया। आइजी ने उन्हें अगली बैठक से पहले शत-प्रतिशत पालन कराने के निर्देश दिए। आइजी कुंभ संजय गुंज्याल ने घरेलू नौकर, मजदूर, किराएदार, रेहड़ी, फड़ विक्रेता व मेला क्षेत्र में रहने वाले अन्य बाहरी व्यक्तियों के चरित्र सत्यापन के लिए कुंभ मेला सत्यापन प्रकोष्ठ गठित करने के निर्देश मेला एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी को दिए। आइजी ने कहा कि कुंभ में पुलिसकर्मी अनुशासन में रहें।
क्योंकि कुंभ मेला में घटित होने वाली किसी भी घटना की चर्चा सिर्फ हरिद्वार शहर तक सीमित न रह कर राज्य, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी होती है। इसलिए पुलिसकर्मियों को सॉफ्ट स्किल विकास में प्रशिक्षण लगातार दिया जाए। सभी सेक्टर प्रभारी यह भी सुनिश्चित करें कि मेला पुलिस इसी प्रकार आत्म अनुशासन और कुंभ नगरी हरिद्वार की प्रकृति के अनुरूप अपने आचरण की सुचिता बनाए रखें। सभी सेक्टर प्रभारी अपने क्षेत्र के स्टेक होल्डर्स की लिस्ट बनाकर उपलब्ध कराएं। उनसे निरंतर वार्ता कर परस्पर समन्वय बनाते हुए पुलिस व्यवस्था में सहयोग प्राप्त करें।
अपने सेक्टर में अतिक्रमण चिह्नित करते हुए क्षेत्र को मेला प्रशासन के सहयोग से अतिक्रमण मुक्त बनाएं। गूगल मैप पर भी अस्थायी व स्थायी अतिक्रमण को चिन्हित कर सूचि उपलब्ध कराएं। अपने क्षेत्र में आम जनों से मधुर संबंध में स्थापित करें और वहां घटित होने वाले अपराधों आदि घटनाओं पर जन सहयोग से अंकुश लगाएं।