होटल कर्मी ने पत्नी की हत्या कर खुद को उतारा था मौत के घाट, पढ़िए पूरी खबर
रुड़की के टोड़ा खटका गांव में होटल कर्मचारी ने पत्नी की चाकू से हत्या करने के बाद खुद को मौत के घाट उतारा था। पुलिस की विवेचना में यह बात सामने आई है। इसी आधार पर पुलिस ने इस मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाई है।
केके शर्मा, रुड़की। टोड़ा खटका गांव में होटल कर्मचारी ने पत्नी की चाकू से हत्या करने के बाद खुद को मौत के घाट उतारा था। पुलिस की विवेचना में यह बात सामने आई है। इसी आधार पर पुलिस ने इस मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाई है।
सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र के टोड़ा खटका गांव निवासी सुशील कुमार एक होटल में कर्मचारी था। 10 मार्च को होटल कर्मचारी की पत्नी पूनम ने सुबह नौ बजे ढंढेरा निवासी अपने भाई ब्रजेश को फोन करके बताया था कि उसके पति कुछ परेशान लग रहे है। वह हाथ में रस्सी लेकर घूम रहे हैं। पूनम ने बताया था कि उसने फिलहाल रस्सी उनसे लेकर छिपा दी है। दोपहर करीब 12 बजे ब्रजेश ने बहन पूनम को कई बार फोन किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। किसी अनहोनी की आशंका के चलते वह टोडा खटका गांव आया। कई बार मुख्य द्वार खटखटाने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला तो पुलिस को बुलाया गया।
पुलिस ने एक युवक को छत के रास्ते घर में भेजकर मुख्य द्वार खुलवाया। जब पुलिस परिवार अंदर पहुंची तो एक कमरे में सुशील और उसकी पत्नी पूनम के शव रक्तरंजित हालत में पड़े थे। पास ही एक छूरा भी पड़ा हुआ था। घटना के समय सुशील का बेटा वंश स्कूल में गया था। पुलिस ने इस मामले में पूनम के भाई जितेंद्र की तहरीर पर अज्ञात आरोपितों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले की जांच कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश साह कर रहे थे।
पुलिस की जांच में सामने आया कि सुशील कुमार आर्थिक तंगी से जुझ रहा था। साथ ही पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि मुख्य द्वार बंद होने के चलते कोई अंदर आया ही नहीं तो आखिर हत्या कैसे हो गई। मामले की विवेचना कर रहे कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश साह ने बताया कि घटनास्थल पर मिले साक्ष्य के आधार पर यह बात सामने आई है कि सुशील कुमार ने पहले पत्नी का गला रेता और फिर उसी छूरे से खुद को भी मौत के घाट उतार लिया। इस मामले मे पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगा दी है।
बेटे की मदद के लिए पुलिस ने भेजी रिपोर्ट
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश साह ने बताया कि सुशील और पूनम की मौत के बात उनके बेटे वंश की मदद के लिए उनकी तरफ से एक रिपोर्ट समाज कल्याण विभाग को भेजी गई है। समाज कल्याण विभाग से वंश की परवरिश के लिए आर्थिक मदद देने के लिए कहा गया है।
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