हरिद्वार के SSP योगेंद्र रावत ने कार्यालयों का किया औचक निरीक्षण, 15 पुलिसकर्मी रहे गायब; होगी कार्रवाई

एसएसपी योगेंद्र रावत ने पुलिस शाखाओं का औचक निरीक्षण किया जिससे मौके पर हड़कंप मच गया। पुलिस कार्यालयों से करीब 15 पुलिसकर्मी गायब रहे। इससे नाराज एसएपी ने उनको बिना वेतन अवकाश का नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 06:46 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 06:46 PM (IST)
हरिद्वार के SSP योगेंद्र रावत ने कार्यालयों का किया औचक निरीक्षण, 15 पुलिसकर्मी रहे गायब; होगी कार्रवाई
हरिद्वार के SSP योगेंद्र रावत ने कार्यालयों का किया औचक निरीक्षण।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। जिला पुलिस मुख्यालय की शाखाओं में तैनात पुलिसकर्मी कितनी संजीदगी से ड्यूटी निभा रहे हैं, इसकी पोल मंगलवार को एसएसपी के औचक निरीक्षण में खुल गई। पुलिस शाखा कार्यालयों से 15 पुलिसकर्मी गैरहाजिर मिले। एसएसपी डा. योगेंद्र रावत ने नाराजगी जताते हुए बिना वेतन अवकाश के नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अगल-बगल के दफ्तरों में इतनी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के नदारद होने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक योगेंद्र सिंह रावत मंगलवार को अचानक पुलिस शाखाओं के कार्यालय पहुंच गए। जिससे दफ्तरों में तैनात पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया। कुर्सियां खाली देख एसएसपी ने शाखा प्रभारियों से जवाब मांगा। लेकिन पुलिसकर्मियों की अनुपस्थिति को लेकर शाखा प्रभारी कोई माकूल जवाब नहीं दे पाए। इस पर एसएसपी ने नाराजगी जताते हुए सभी 15 पुलिसकर्मियों को बिना वेतन अवकाश के नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। वहीं, एसएसपी ने कहा कि कर्मचारी दफ्तरों में साफ-सफाई का ध्यान रखते हुए पत्रावलियों को अपडेट रखें।

प्रतिसार निरीक्षक पुलिस लाईन को निर्देशित किया गया कि बॉयोमेट्रिक अटेडेंस सिस्टम को सुचारु किया जाए। जनसमस्याओं का त्वरित निस्तारण करते हुए शाखा प्रभारी किसी भी प्रकार की सूचना शाखा स्तर पर लम्बित न रखें। चेतावनी दी कि किसी प्रकार की सूचना समय पर प्रेषित नहीं की जाती है तो संबधित शाखा प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

ट्रांसफर शिफ्ट करने का विरोध

कालोनाइजर की ओर से ट्रांसफार्मर शिफ्ट कराने का स्थानीय लोगों ने विरोध किया। अधिशासी अभियंता को इस संबंध में पत्र भेजा है। बहादराबाद से सटे अतमलुपर बोंगला गांव में एक राईस मिल थी। इसके लिए ऊर्जा निगम ने अलग से ट्रांसफार्मर लगा रखा था। राईस मिल पिछले कुछ समय से बंद पड़ी थी। अब राईस मिल मालिक उसमें कालोनी काट रहा है। ट्रांसफार्मर की वजह से अच्छी कीमत नहीं मिल पा रही थी। आरोप है कि कॉलोनाइजर ने अवर अभियंता से मिलकर ट्रांसफार्मर को अन्य शिफ्ट करा दिया। ग्रामीणों ने जान माल की हानि बताते हुए उसे पुराने स्थान पर ही लगाने की मांग की है। विरोध जताने वालों में इदरीश, साजिद, आदिम, कासिम, तस्लीम, मोहसिन आदि शामिल रहे।

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