मंसा देवी रोपवे का संचालन करने वाली कंपनी ऊषा ब्रेको से काम लिया वापस, जानें वजह

रोपवे कंपनी ऊषा ब्रेको से रोपवे संचालन का काम वापस ले लिया गया है। नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों बोर्ड बैठक में रोपवे कंपनी की लीज अवधि बढ़ाए जाने को लेकर शासन से शिकायत की गई थी।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 05:24 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 05:24 PM (IST)
मंसा देवी रोपवे का संचालन करने वाली कंपनी ऊषा ब्रेको से काम लिया वापस, जानें वजह
हरिद्वार: कंपनी ऊषा ब्रेको से रोपवे संचालन का काम लिया गया वापस, जानिए वजह।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। कंपनी की लीज अवधि बढ़ाने को लेकर मचे बवाल के बाद शासन ने मां मंसा देवी मंदिर के लिए रोपवे का संचालन करने वाली मैसर्स ऊषा ब्रेको कंपनी से काम छीन लिया है। बैठक में लिए निर्णय के अनुसार रोपवे मार्ग को आगामी दो वषों तक नियमानुसार आपरेटिंग एंड मेंटनेंस (ओएंडएम) के तहत संचालित किया जाएगा। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। हालांकि इससे पहले आइआइटी रुड़की से इसका तकनीकी परीक्षण कराया जाएगा।

उषा ब्रेको कंपनी 1974 से मां मंसा देवी मंदिर के लिए रोपवे का संचालन कर रही है। तत्कालीन नगर पालिका परिषद और मैसर्स ऊषा ब्रेको रोपवे कोलकाता के मध्य 15 मई 1974 को हुए अनुबंध की अवधि 20 मई 2021 को पूरी हो गई थी। नए टेंडर कराने के बजाय 15 मई को नगर निगम के टाउन हाल सभागार में हुई बोर्ड बैठक में 30 साल के लिए लीज अवधि बढ़ाने का प्रस्ताव पारित कर दिया गया।

इसे लेकर नगर निगम बोर्ड पर सवाल उठे। चूंकि महापौर अनिता शर्मा कांग्रेस से हैं और बहुमत भाजपा समर्थित पार्षदों का है। लिहाजा पार्षदों ने एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप भी लगाए। यहां तक पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी इंटरनेट मीडिया के माध्यम से इस पर कटाक्ष किया था। बहरहाल मामला शासन तक पहुंचा। शासन ने पूरे प्रकरण को लेकर नगर निगम प्रशासन ने जांच रिपोर्ट तलब की। बीते गुरुवार को शहरी विकास सचिव के साथ नगर निगम अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें विचार-विमर्श किया गया कि नगर निगम बोर्ड की ओर से प्रस्ताव पारित करने से पूर्व उत्तराखंड अधिप्राप्ति नियमावली और तत्संबंधी प्रचालित वित्तीय नियमों का अनुपालन नहीं किया गया है। सुसंगत नियमों के अधीन रोपवे संचालन के लिए निविदा प्राप्त नहीं की गई है।

इस पर बैठक में निर्णय लिया गया कि मंसा देवी रोपवे मार्ग को अगले दो साल तक नियमानुसार ओएंडएम में संचालित किए जाने के लिए नगर निगम की ओर से कार्यवाही करते हुए आगे रोपवे का संचालन किया जाए। ओएंडएम के लिए निर्धारित दो वर्ष की अवधि में नगर निगम हरिद्वार पीपीपी सेल नियोजन विभाग के साथ विचार विमर्श कर मां मंसा देवी रोपवे को आधुनिक तकनीकी के माध्यम से संचालित किए जाने के लिए आगे की कार्यवाही करेंगे।

बैठक में शहरी विकास निदेशक ललित मोहन रयाल, नगर आयुक्त हरिद्वार दयानंद सरस्वती, सहायक नगर आयुक्त महेंद्र कुमार यादव, पीसीसी सेल नियोजन विभाग सुमंता शर्मा, प्रबंध निदेशक ब्रिडकुल कुंदर सिंह और महाप्रबंधक ब्रिडकुल आरपी उनियाल मौजूद रहे।

आठ से दस करोड़ हो सकती है आय

रोपवे कंपनी ऊषा ब्रेको की लीज रद किए जाने और नए टेंडर से नगर निगम की आय में वृद्धि होगी। इस मद से निगम को सालाना आठ से दस करोड़ की आय की उम्मीद है। हालांकि 15 मई को हुई बोर्ड बैठक में तीन करोड़ सालाना पर लीज बढ़ाई गई थी, जो पूर्व के मुकाबले करीब तीन गुना थी।

हरिद्वार नगर निगम के नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने बताया कि ऊषा ब्रेको कंपनी से रोपवे संचालन का काम वापस ले लिया गया है। आगामी दो वर्षों के लिए नए टेंडर किए जाएंगे। इससे पहले आइआइटी रुड़की से 40 वर्ष पुराने रोपवे का तकनीकी परीक्षण कराया जाएगा।

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