कांवड़ यात्रियों के लिए आज से हरिद्वार की सीमाएं सील

कोरोना संक्रमण काल में विश्व की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा कांवड़ यात्रा के लिए सीमाएं सील कर दी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 10:53 PM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 06:09 AM (IST)
कांवड़ यात्रियों के लिए आज से हरिद्वार की सीमाएं सील
कांवड़ यात्रियों के लिए आज से हरिद्वार की सीमाएं सील

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: कोरोना संक्रमण काल में विश्व की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा कांवड़ मेला स्थगित होने के चलते हरिद्वार जनपद की सीमाएं रविवार रात 12 बजे से कांवड़ यात्रियों के लिए सील कर दी गई। बॉर्डर पर 10 चेक पोस्ट बनाते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। उत्तराखंड के निवासियों को उनकी आइडी देखकर जनपद की सीमा में प्रवेश दिया जाएगा। वहीं कारोबार, इलाज आदि के लिए उत्तराखंड आने वाले गैर राज्यों के यात्रियों को प्रूफ दिखाना होगा। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पूरे जनपद को 10 जोन और 21 सेक्टर में बांटा गया है।

श्रावण मास में पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली व राजस्थान जैसे राज्यों से हर साल करोड़ों शिवभक्त गंगाजल लेने हरिद्वार पहुंचते हैं। हरकी पैड़ी से गंगा जल भरकर कांवड़ यात्री पैदल और वाहनों से अपने गंतव्यों को रवाना होते हैं। प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार पिछले साल 3.30 करोड़ कांवड़ यात्री हरिद्वार पहुंचे थे। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण काल के मद्देनजर कांवड़ मेला स्थगित कर दिया गया है। उत्तराखंड सहित उत्तर प्रदेश, हरियाणा व दिल्ली आदि राज्यों ने भी इस पर सहमति जताई है। बहरहाल, सोमवार से श्रावण मास शुरू हो रहा है। इसलिए रविवार रात 12 बजे से पश्चिमी उत्तर प्रदेश से मिलने वाली हरिद्वार जनपद की सीमाओं को कांवड़ यात्रियों के लिए सील कर दिया गया। सीमाओं पर पुलिस के साथ-साथ अतिरिक्त पुलिस बल के तौर पर पीएसी के जवान भी तैनात किए हैं। श्रावण मास की सभी व्यवस्थाओं के लिए एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने सीमाओं के सभी 10 चेकपोस्ट पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए जरूरी दिशा-निर्देश दिए। एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस ने बताया कि जनपद की सीमाओं पर दूसरे राज्यों से आने वाले कांवड़ यात्रियों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। उत्तराखंड के निवासी अपना पहचान पत्र दिखाकर सीमा से प्रवेश कर सकते हैं। दूसरे राज्यों के ऐसे लोग, जिन्हें इलाज, कारोबार, शादी समारोह या अन्य किसी आवश्यक कार्य से हरिद्वार आना है, वह पर्याप्त दस्तावेज दिखाकर ही बॉर्डर पार कर सकते हैं।

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बॉर्डर पर यहां बनाए गए हैं चेकपोस्ट

हरिद्वार: कांवड़ यात्रियों को रोकने के लिए मंगलौर में नारसन, खानपुर में पुरकाजी, झबरेड़ा में लखनौता, भगवानपुर में तेज्जुपुर, मंडावर व काली नदी, बुग्गावाला में तेलपुरा, खानपुर में बालावाली, हरिद्वार शहर में सप्तऋषि और नजीबाबाद हाईवे पर श्यामपुर के चिड़ियापुर में चेकपोस्ट बनाया गया है। इन सभी प्वाइंटों पर यह चेक किया जाएगा कि हरिद्वार जाने वाला कौन व्यक्ति कांवड़ यात्री है अथवा नहीं है। इलाज के लिए आने वाले लोग अस्पताल के कागज, नौकरी या कारोबारी के लिए आने वाले लोग अपने विभाग का आइकार्ड या कारोबार से संबंधित जीएसटी आदि दस्तावेज दिखा सकते हैं। शादी समारोह में आने वाले लोगों को स्थानीय मेजबान की सहमति दिलानी होगी। पूरी तस्दीक करने के बाद ही बॉर्डर पार करने दिया जाएगा।

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हरकी पैड़ी की किलेबंदी, चप्पे-चप्पे पर पुलिस

हरिद्वार: श्रावण मास में जनपद की सीमाओं पर चौकसी बढ़ाने के साथ-साथ हरकी पैड़ी की किलेबंदी भी की गई है। पैड़ी क्षेत्र के चारों तरफ बैरिकेटिग करते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है। गंगा घाटों पर केवल स्थानीय श्रद्धालु ही जा सकेंगे। हालांकि स्थानीय श्रद्धालुओं को भी भीड़ करने की अनुमति नहीं है।

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पिछले साल आए थे 13 लाख वाहन

हरिद्वार: कांवड़ मेले के दौरान पुलिस व प्रशासनिक व्यवस्था सुचारू रखने के लिए हर साल मेला क्षेत्र को जोन व सेक्टरों में बांटा जाता है। पिछले साल मेला क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 31 जोन और 133 सेक्टरों में विभाजित किया गया था। प्रशासन की ओर से जोन में राजपत्रित अधिकारियों और सेक्टरों में अराजपत्रित कर्मचारियों की तैनाती की जाती है। जबकि पुलिस की ओर से सुपर जोन में एसपी, जोन में सीओ और सेक्टरों में इंस्पेक्टर या उपनिरीक्षक स्तर के अधिकारी तैनात किए जाते हैं। वहीं पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल कांवड़ मेले में 3.30 करोड़ यात्री हरिद्वार पहुंचे थे। डाक कांवड़ के तौर पर 2. 38 लाख बड़े वाहन और 10.5 लाख छोटे व दुपहिया वाहन कांवड़ यात्री हरिद्वार लेकर आए थे।

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बॉर्डर पर दी जा रही मेला स्थगित होने की सूचना

लक्सर: कांवड़ियों को सीमा में प्रवेश से रोकने के लिए पुलिस ने खानपुर बार्डर पर बैरिकेडिग लगा दी हैं। इसके अलावा सीमा से सटे क्षेत्र में बैनर पोस्टर लगाकर कांवड़ मेला स्थगित होने की सूचना दी जा रही है। खानपुर थानाध्यक्ष पीडी भट्ट ने बताया कि उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार राज्य की सीमा व सीमावर्ती क्षेत्र में बैनर पोस्टरों के माध्यम से कांवड़ मेला स्थगित होने का प्रचार-प्रसार कर लोगों को जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा खानपुर पुरकाजी सीमा, मोरना सीमा, बिजनौर सीमा पर बैरिकेडिग कर दी गई है। उत्तर प्रदेश से आ रहे लोगों को चेकिग व पूछताछ के बाद ही जनपद की सीमा में प्रवेश करने दिया जाएगा।

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लालढांग में तैनात रहेगी एक कंपनी पीएसी

लालढांग: श्रावण मास के दौरान लालढांग क्षेत्र में पीएसी की एक कंपनी को तैनात किया गया है। यह क्षेत्र पौड़ी जिले की सीमा से लगा होने के कारण पुलिस ने यह फैसला लिया है। लालढांग चौकी इंचार्ज लक्ष्मण दत्त जोशी ने बताया कि लालढांग हरिद्वार जिले का अंतिम छोर है, जो पौड़ी गढ़वाल से लगा होने के साथ ही यहां जंगल के बीच से कई रास्ते हरिद्वार जाते हैं, जिसको देखते हुए एक कंपनी पीएसी को तैनात किया गया है। एसओ श्यामपुर दीपक कठैत ने बताया कि चिड़ियापुर चेकपोस्ट पर उत्तर प्रदेश से आने वाले वाहनों व पैदल लोगों से पूछताछ के बाद ही उन्हें आगे जाने दिया जाएगा।

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ट्रकों से करेंगे मेला रद होने का प्रचार

हरिद्वार: कांवड़ मेला रद होने का प्रचार करने के लिए हरिद्वार पुलिस की पांच टीमें पड़ोसी राज्यों को भेजी गई हैं। वहीं ट्रक एसोसिएशन ने इस संबंध में एक सुझाव पुलिस को दिया है। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस उत्तराखंड आदेश सैनी का कहना है कि लगभग 500 ट्रकों की आवाजाही रोजाना सभी राज्यों के छोटे-बड़े शहरों और गांवों में भी होती है। अगर पुलिस कांवड़ मेला रद होने के पोस्टर ट्रकों पर लगा दे तो बाहरी राज्यों के लोगों को इसका पता लग जाएगा। नोडल अधिकारी व एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि इस बारे में विचार किया जाएगा।

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