Haridwar Kumbh Mela: पूर्व निर्धारित क्रम से ही होगा चैत्र पूर्णिमा पर शाही स्नान, सबसे पहले ये अखाड़ा करेगा स्नान

Haridwar Kumbh Mela 2021 चैत्र पूर्णिमा पर होने वाला हरिद्वार कुंभ का अंतिम शाही स्नान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की ओर से तय क्रम के अनुसार ही होगा। यानी पूर्व के दो शाही स्नानों की तरह निरंजनी अखाड़े का क्रम पहला होगा और निर्मल अखाड़े का अंतिम।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sun, 25 Apr 2021 05:14 PM (IST) Updated:Sun, 25 Apr 2021 05:14 PM (IST)
Haridwar Kumbh Mela: पूर्व निर्धारित क्रम से ही होगा चैत्र पूर्णिमा पर शाही स्नान, सबसे पहले ये अखाड़ा करेगा स्नान
पूर्व निर्धारित क्रम से ही होगा चैत्र पूर्णिमा पर शाही स्नान।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Haridwar Kumbh Mela 2021 चैत्र पूर्णिमा पर होने वाला हरिद्वार कुंभ का अंतिम शाही स्नान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की ओर से तय क्रम के अनुसार ही होगा। यानी पूर्व के दो शाही स्नानों की तरह निरंजनी अखाड़े का क्रम पहला होगा और निर्मल अखाड़े का अंतिम। दूसरी ओर, महानिर्वाणी अखाड़े को छोड़ बाकी छह संन्यासी अखाड़ों ने कुंभ समाप्ति की घोषणा कर दी थी। इससे नाराज बैरागी अखाड़ों ने मेला अधिष्ठान से मांग की थी कि इन्हें शाही स्नान का हिस्सा न बनाकर दोबारा से स्नान क्रम निर्धारित किया जाए। जबकि, मेला अधिष्ठान का कहना है कि अखाड़ों के स्नान का क्रम अखाड़ा परिषद तय करती है। इसलिए चैत्र पूर्णिमा का स्नान पूर्व निर्धारित क्रम से ही होगा।

मेला आइजी संजय गुंज्याल ने बताया कि संन्यासी अखाड़ों को छोड़ अन्य सभी अखाड़ों से अंतिम शाही स्नान की तैयारी और क्रम को लेकर वार्ता हो चुकी है। रविवार को संन्यासी अखाड़ों से भी बात हो जाएगी। कुंभ समाप्ति की घोषणा कर चुके छह संन्यासी अखाड़े प्रतीकात्मक स्नान करेंगे। अखाड़ों के अनुसार शाही स्नान करने वाले उनके संतों की कुल संख्या 200 से कम रहेगी।

इसी तरह बैरागी, उदासीन और निर्मल अखाड़े ने भी अपने संतों की संख्या घटा दी है। आइजी ने बताया कि अखाड़ों के शाही स्नान का क्रम पूर्ववत रहेगा, जो कि अखाड़ा परिषद की ओर से तय किया गया था। इसमें फेरबदल की कोई गुंजाइश नहीं है। उधर, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि के आइसोलेशन में रहने के कारण अखाड़ा परिषद की कोई बैठक शनिवार को नहीं हो सकी।

यह भी पढ़ें-बैरागी अखाड़े का एलान, कुंभ विसर्जन कर चुके अखाड़े शाही स्नान में न आएं

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी