Haridwar Kumbh 2021: गंगा और नवग्रह पूजन के साथ हरिद्वार कुंभ मेला शुरू, 30 अप्रैल तक होगा आयोजन
Haridwar Kumbh Mela 2021 ब्रह्मकुंड पर मां गंगा के दुग्धाभिषेक और गंगा और नवग्रह पूजन के साथ गुरुवार से हरिद्वार कुंभ मेला शुरू हो गया। इस मौके पर मेला अधिष्ठान और श्रीगंगा सभा की ओर से समस्त देवी-देवताओं का आह्वान कर कुंभ के सफल आयोजन की कामना की गई।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Haridwar Kumbh Mela 2021 हरकी पैड़ी स्थित ब्रह्मकुंड पर मां गंगा के दुग्धाभिषेक और गंगा और नवग्रह पूजन के साथ गुरुवार से हरिद्वार कुंभ मेला शुरू हो गया। इस मौके पर मेला अधिष्ठान और श्रीगंगा सभा की ओर से समस्त देवी-देवताओं का आह्वान कर कुंभ के सफल आयोजन की कामना की गई। इसके अलावा कुंभ की सफलता के लिए मंसा देवी, चंडी देवी और हरिद्वार की अधिष्ठात्री माया देवी के मंदिर में भी पूजा-अर्चना की गई। कुंभ मेला 30 अप्रैल तक चलेगा।
श्रीगंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा और महामंत्री व अन्य पदाधिकारियों की मौजूदगी में मेलाधिकारी दीपक रावत व आइजी मेला संजय गुंज्याल ने कुंभ के निमित्त गंगा पूजन संपन्न कराया। मेलाधिकारी ने कहा कि कुंभ हमेशा से चुनौतीपूर्ण आयोजन रहा है। इसकी सफलता टीम वर्क पर निर्भर रहती है, जिसमें सबको मिलकर काम करना है। मेला अधिष्ठान को श्रद्धालु और स्थानीय नागरिकों के साथ मीडिया से भी पूरा सहयोग चाहिए।
आइजी मेला संजय गुंज्याल ने सभी से कुंभ मेला के लिए सरकार, प्रशासन और मेला पुलिस की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के पालन करने की अपील की। कहा कि हमें स्वयं को सुरक्षित रख दूसरों की सुरक्षा का ख्याल रखना चाहिए। श्रीगंगा सभा की ओर से आचार्य अमित शास्त्री ने सभी को गंगाजलि व प्रसाद भेंट किया। इस मौके पर एसएसपी कुंभ जन्मेजय खंडूड़ी, अवधेश कौशिक, अनुराग शास्त्री आदि मौजूद रहे।
एंटीजन जांच में संक्रमित मिले सात यात्री
गुरुवार को हरिद्वार से लगी सीमाओं पर शाम पांच बजे तक 12796 यात्रियों की एंटीजन जांच की गई। इसमें सात यात्री संक्रमित मिले। पुरकाजी में जांच के दौरान सिटी बस में एक व्यक्ति के संक्रमित मिलने पर बस को सभी यात्रियों सहित वापस लौटा दिया गया। रेलवे रेलवे स्टेशन पर मिले तीन संक्रमित यात्रियों में दो को वापस लौटा दिया गया, जबकि एक को मेला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वैदिक मंत्रों के बीच जयघोष से गुंजायमान हुआ पूरा क्षेत्र
हरिद्वार में करीब एक माह तक चलने वाले कुंभ मेले का गुरुवार को शुभारंभ हो गया। पहले दिन जगद्गुरु स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ ने विधि-विधान से गंगा पूजन कर कुंभ के सकुशल आयोजन की कामना की। गंगा पूजन के दौरान तीनों अणि अखाड़ों के श्रीमहंत और सैकड़ों संत व महंतों के साथ भारी संख्या में विद्वान ब्रह्मचारी और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान वैदिक मंत्रों के बीच जयघोष से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो रहा था। जगद्गुरु देवतीर्थ ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में भी उत्तराखंड सरकार और साधु-संतों के प्रयास से कुंभ का आयोजन होना एक सराहनीय कार्य है। इसके लिए उन्होंने उत्तराखंड सरकार के प्रति धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
गुरुवार को जगद्गुरु स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ ने निर्वाणी अणि अखाड़े के श्रीमहंत धर्मदास, निर्मोही अणि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्र दास और दिगंबर अणि अखाड़े के श्रीमहंत किशन दास तथा सैकड़ों साधु-संतों व महामंडलेश्वरों के साथ कनखल में गंगा मां की विधि-विधान से पूजा अर्चना की। इस अवसर पर जगद्गुरु देवतीर्थ ने कहा कि पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है।
ऐसे में कुंभ का आयोजन एक बड़ा ही साहसिक कदम है। उन्होंने कहा कि संकट काल में धर्म की कड़ी परीक्षा होती है। जगद्गुरु देवतीर्थ ने कहा कि मां गंगा त्रिपथ गामिनी हैं और कुंभ का आधार हैं। कुंभ आयोजन के प्रथम दिन उनकी पूजा से प्राप्त फल अवश्य कल्याणकारी होगा। इस अवसर पर सांवरिया बाबा, महंत रामशरण दास, महंत मोहनदास, खाकी अखाड़े के अध्यक्ष महंत गौरीशंकर दास, निर्वाणी अनी अखाड़े के सचिव महंत रामदास कुंभ मेला पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पवार और कई अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
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