Haridwar Kumbh Mela 2021: अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि बोले- मुगलों के बजाय आजादी के दीवानों के नाम पर हो सड़क

Haridwar Kumbh Mela 2021 अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने कहा है कि अंग्रेजों एवं मुगलों की शुरू की गई परंपराओं का अभी तक हम दंश झेल रहे हैं। उन्होंने सड़कों के नाम आजादी के दीवानों के नाम पर रखे जाने की मांग की।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 01 Apr 2021 04:13 PM (IST) Updated:Thu, 01 Apr 2021 10:26 PM (IST)
Haridwar Kumbh Mela 2021: अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि बोले- मुगलों के बजाय आजादी के दीवानों के नाम पर हो सड़क
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज।

संवाद सहयोगी, हरिद्वार। Haridwar Kumbh Mela 2021 अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने कहा है कि भारत को आजाद हुए लगभग 74 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन अंग्रेजों एवं मुगलों की शुरू की गई परंपराओं का अभी तक हम दंश झेल रहे हैं। उन्होंने सड़कों के नाम आजादी के दीवानों के नाम पर रखे जाने की मांग की।

श्रीमहंत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जिन्होंने भारत पर आक्रमण कर वर्षों तक भारत पर शासन किया। भारत के टुकड़े करने की कोशिश की। उन्हीं के नाम पर सड़क मार्गों का नाम भारत में लिखा जाता है। देश के विभिन्न क्षेत्रों में अकबर, हुमायूं, बाबर आदि नाम के मार्गों का बोर्ड लिख दिया जाता है, जोकि सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि देश की संप्रभुता को छिन्न-भिन्न करने वाले अंग्रेजों एवं मुगल शासकों के नाम से लगाए गए बोर्ड को सड़कों से हटाया जाए और उनकी जगह देश की आजादी के लिए बलिदान देने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, वीर अब्दुल हमीद, अटल बिहारी वाजपेयी आदि के नाम से मार्गो का नाम रखा जाए।

श्रीमहंत ने कहा कि मुगल शासकों ने एवं अंग्रेजों ने गद्दारी कर भारत के लोगों पर अत्याचार कर वर्षों तक राज किया और देश को बांटने का काम किया। अब भारत देश पूर्ण रूप से स्वतंत्र है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद केंद्र सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मांग करती है कि देश के वीर सपूतों, जिन्होंने भारत मां की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। उनके नाम से सड़क मार्गों को जाना जाए और अंग्रेजों एवं मुगल शासकों के नाम के बोर्ड भारत के सभी मार्गो से हटाए जाएं। उन्होंने कहा कि देश के युवा भी इस बात से काफी नाराज हैं। लेकिन खुलकर कोई बात अपनी नहीं रख पा रहा है, यह अलग बात है। परिषद मांग करती है कि चंद्रशेखर आजाद, गुलजारी लाल नंदा जैसे बलिदानी महापुरुषों के नाम पर भारत में सड़कों का नाम रखा जाए।

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