Haridwar Kumbh 2021: स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती बोले, कुंभ का स्वरूप हल्का रखना चाहती है सरकार

Haridwar Kumbh 2021 शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि कोरोना का भय दिखाकर सरकार कुंभ का स्वरूप हल्का करना चाहती है। उन्होंने हरिद्वार कुंभ मेले के आयोजन को लेकर सरकार की नीयत पर भी सवाल उठाए।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Mon, 11 Jan 2021 03:39 PM (IST) Updated:Mon, 11 Jan 2021 03:39 PM (IST)
Haridwar Kumbh 2021: स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती बोले, कुंभ का स्वरूप हल्का रखना चाहती है सरकार
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती बोले, कुंभ का स्वरूप हल्का रखना चाहती है सरकार।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Haridwar Kumbh 2021 ज्योतिष और द्वारिकाशारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के ज्योतिषपीठ पर आसन्न होने के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में देशभर में 50 कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में हरिद्वार के कनखल स्थित शंकराचार्य मठ में पहले स्वर्ण ज्योति महोत्सव का आयोजन किया गया। इस मौके पर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि कोरोना का भय दिखाकर सरकार कुंभ का स्वरूप हल्का करना चाहती है। उन्होंने हरिद्वार कुंभ मेले के आयोजन को लेकर सरकार की नीयत पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब कोरोना काल में चुनावी रैलियां हो सकती हैं। रोड शो हो सकते हैं। तो 12 वर्ष में एक बार पड़ने वाले कुंभ का भव्य आयोजन क्यों नहीं हो सकता। 

शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि ज्योतिषपीठ पर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में देश भर में दो साल तक स्वर्ण ज्योति महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसकी शुरुआत धर्मनगरी हरिद्वार से की गई है। दो साल में देश के 50 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रम के दौरान इंटरनेट मीडिया के माध्यम से शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने कार्यक्रम को संबोधित कर अपना आशीर्वाद दिया। 

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने हरिद्वार कुंभ मेले के आयोजन को लेकर सरकार की नीयत पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सरकार कोरोना का भय दिखाकर कुंभ का स्वरूप हल्का करना चाहती है। जब कोरोना काल में चुनावी रैलियां हो सकती हैं। रोड शो हो सकते हैं। चुनाव संपन्न कराए जा सकते हैं तो 12 वर्ष में एक बार पड़ने वाले कुंभ का भव्य आयोजन क्यों नहीं हो सकता। उन्होंने मेलाधिकारी दीपक रावत से कहा कि कुंभ मेले के दौरान जो अखाड़े, धार्मिक संस्थाएं या स्वयंसेवी संस्थाएं हरिद्वार आती हैं। उनसे मेला प्रशासन एक संदेश अवश्य लिखवाए और उन संदेशों को मेले के दौरान पत्रिका के रूप में प्रकाशित करें, ताकि कुंभ पर्व का सही संदेश देश और दुनिया में जा सके।

मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच विपरीत हालात में हो रहे कुंभ मेले को संपन्न कराने के लिए सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। संत महापुरुषों के आशीर्वाद से कुंभ मेला सकुशल संपन्न होगा। उन्होंने अखाड़ों व धार्मिक संस्थाओं से संदेश लिखवाने के सुझाव पर सहमति जताते हुए कहा कि सभी से संदेश लेकर उन्हें प्रकाशित किया जाएगा। कार्यक्रम को जयराम पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने भी संबोधित किया।

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