कमरे में सड़ी हालत में मिला मंदिर के सेवादार का शव, प्राइवेट पार्ट्स पर सरिये से करंट देकर हत्या की आशंका

मंदिर के सेवादार का शव बरामद हुआ है। बदबू आने पर ग्रामीणों ने जब कमरे का दरवाजा खोला तो उन्हें अंदर सेवादार का शव दिखाई दिया। उन्होंने पुलिस को मामले की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मौके का मुआयना किया।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 04:43 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 10:07 PM (IST)
कमरे में सड़ी हालत में मिला मंदिर के सेवादार का शव, प्राइवेट पार्ट्स पर सरिये से करंट देकर हत्या की आशंका
सड़ी हालत में पड़ा था मंदिर के सेवादार का शव।

संवाद सहयोगी, मंगलौर(रुड़की)। हरिद्वार जिले के मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के नसीरपुर गांव में मंदिर के सेवादार की निर्मम हत्या कर दी। सेवादार का शव कई दिन तक कमरे में बंद रहा। बदबू आने पर ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने कुंडी खोलकर शव को बाहर निकाला। आशंका है कि सेवादार के प्राइवेट पार्ट्स पर सरिये से करंट देकर उसकी हत्या की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

नसीरपुर गांव में आबादी से थोड़ा दूरी पर एक मंदिर है। मंदिर परिसर में ही कुछ कमरे बने हैं। यहां पर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद कोतवाली अंतर्गत मिरगपुर गांव निवासी बाबा कालूदास मुख्य पुजारी हैं। डेढ़ माह पहले वह गांव से चले गए थे। इस दौरान उन्होंने मंदिर की सेवा के लिए गांव से बाबा सुखराम को भेज दिया। करीब सप्ताह भर से सुखराम का भी कोई पता नहीं चल रहा था। ग्रामीणों ने भी इस बात पर कोई ध्यान नहीं दिया।

शुक्रवार शाम को कुछ ग्रामीण मंदिर के समीप बने कमरों के पास खड़े थे। तभी उनको एक कमरे से बदबू आने लगी। उन्होंने देखा कि कमरे को बाहर से बंद कर कुंडी लगा दी गई है। अनहोनी की आशंका के मद्देनजर ग्रामीणों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। इस पर प्रशिक्षु सीओ ओशीन जोशी के नेतृत्व में पुलिस टीम गांव में पहुंची। कमरे का कुंडा खोलकर देखा तो शव सड़ चुका था। इतना ही नहीं बाबा सुखराम के जांघ के पास एक सरिये को तार से जोड़कर दीवार में लगे बिजली के स्विच से जोड़ा गया था।

आशंका इस बात की है कि करंट देकर उनकी हत्या की गई है। पुलिस अधीक्षक देहात प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि मामला हत्या का है। पुलिस जांच में जुटी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा कि मौत कितने दिन पहले हुई है। पुलिस सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।

असुरक्षित है आबादी क्षेत्र के बाहर के मंदिर

दस साल के दौरान रुड़की व आसपास के क्षेत्र में आबादी क्षेत्र के बाहर बने मंदिरों में कई साधुओं और सेवादारों की हत्या हो चुकी है। लक्सर रोड पर कई साल पहले मंदिर परिसर में दो साधुओं की हत्या कर दी गई थी। इसी तरह से भगवानपुर थाना क्षेत्र के बिनारसी गांव में आबादी से दूर स्थित एक मंदिर में सेवादार की हत्या कर दी गई थी।

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