निकिता के हत्यारों को दी जाए सार्वजनिक फांसी
योगगुरु बाबा रामदेव ने हरियाणा के बल्लभगढ़ में छात्रा निकिता की हत्या के आरोपितों को खुलेआम चौराहे पर फांसी दी जानी चाहिए ताकि यह अन्य के लिए उदाहरण बने। उन्होंने सरकार से लव जिहाद के नाम पर हो रही घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सख्त कानून बनाने की मांग की।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि निकिता के हत्यारों को सार्वजनिक फांसी दी जाए ताकि कोई अन्य ऐसी हिमाकत न कर सके। उन्होंने सरकार से मांग की कि देश में लव जेहाद के नाम पर जो गुंडागर्दी हो रही है, उसे रोकने को सख्त कानून बनाया जाए। निकिता को बहादुर बेटी बताते हुए उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि किसी को सिर्फ इसलिए मार डाला गया कि उसने अपना धर्म परिवर्तन करने के मना कर दिया। कहा कि यह देश के लिए कलंक है, इस दाग को जल्द से जल्द मिटा देना चाहिए।
योग गुरु बाबा रामदेव गुरुवार को हरिद्वार में एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लव जेहाद के नाम पर इस तरह की गुंडागर्दी करने वाले ऐसी हरकतों से अपनी जाति-धर्म को भी बदनाम कर रहे है। योग गुरु ने मुस्लिम मौलानाओं-धर्मगुरुओं और इस्लामिक देशों से अपील की कि वे इसके खिलाफ आगे आएं और कट्टरपंथ के नाम सामाजिक व धार्मिक वैमनस्यता फैलाने वालों के खिलाफ आवाज उठाएं। कहा कि इस्लाम को दूसरे मजहबों से खतरा नहीं है, बल्कि इस तरह के कट्टरवाद और आतंकवाद से है। चुनाव में राष्ट्र की मजबूती और विकास पर होनी चाहिए बात
हरिद्वार: योगगुरु बाबा रामदेव ने बिहार चुनाव में राजनीतिक दलों और नेताओं के बीच निजी आरोप-प्रत्यारोप को राजनीति की शुचिता के लिए खतरनाक बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव और राजनीतिक जीवन में निजी आरोप-प्रत्यारोप की बजाए राष्ट्र की मजबूती और विकास की बात होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीति में विजन बेहद जरूरी है। बिना दूरदर्शी सोच के कोई आगे नहीं बढ़ सकता। बाबा रामदेव ने कहा कि देश की मजबूती के लिए मजबूत सरकार का होना जरूरी है। विश्व में इस समय बदलाव का दौर चल रहा है, ऐसे में जनता का दायित्व बनता है कि वह अपने मत का प्रयोग मजबूत सरकार चुनने के लिए करें। उन्होंने कहा कि जाति, क्षेत्र और धर्म की सोच से ऊपर उठकर राष्ट्रहित में सोचने और काम करने की आवश्यकता है।
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जून में खत्म होने की कगार पर होगा कोरोना
योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि कोरोना का संक्रमण जून में अपने न्यूनतम स्तर पर पहुंच जाएगा। फिलहाल हमें और अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। यदि ये दौर निकल गया तो समझ लो हमने कोरोना पर जीत हासिल कर ली है।