गुरुकुल कांगड़ी व बीएचईएल पर्यावरण के क्षेत्र में करेंगे कार्य
गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय और भेल पर्यावरण प्रदूषण के क्षेत्र में मिलकर कार्य करेंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रूपकिशोर शास्त्री और भेल पीएसआरआइ के महाप्रबंधक कुलभूषण बत्रा ने विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय में हस्ताक्षर किए।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय और भेल पर्यावरण प्रदूषण के क्षेत्र में मिलकर कार्य करेंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रूपकिशोर शास्त्री और भेल पीएसआरआइ के महाप्रबंधक कुलभूषण बत्रा ने विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय में हस्ताक्षर किए।
कुलपति प्रो. रूपकिशोर शास्त्री ने कहा कि दोनों संस्थान मिलकर प्रदूषण पर नियंत्रण पाने की दिशा में शोध उन्नयन के लिए कार्य करेंगे। जिसके आने वाले समय में सकारात्मक परिणाम समेत देश के विभिन्न क्षेत्रों में देखने को मिलेंगे।
महाप्रबंधक भेल कुलभूषण बत्रा ने कहा कि अनुसंधान के क्षेत्र में दोनों संस्थानों के अनुभवी इंजीनियर और शिक्षकों के निर्देशन में छात्रों की ओर से किए जाने वाले शोध और अनुसंधान कार्य निश्चय ही आने वाले समय में अनुसंधान के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करेंगे। कुलसचिव डा. सुनील कुमार ने कहा कि आज एक ऐतिहासिक पल है। विश्वविद्यालय और भेल के बीच में अनुसंधान से जहां एक तरफ विश्वविद्यालय के शोध छात्रों को अनुसंधान के क्षेत्र में कार्य करने के लिए व्यापक अवसर उपलब्ध होंगे वहीं विभिन्न क्षेत्रों में होने वाले प्रदूषण पर रोक लगाने की दिशा में एक नई पहल शुरू होगी। जंतु और पर्यावरण विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. डीएस मलिक ने इस मौके पर विभाग में चल रहे शोध उन्नयन के कार्यों से भेल के अधिकारियों को अवगत कराते हुए विभागीय प्रगति से अवगत कराया। इस मौके पर प्रो वीके सिंह, प्रो नमिता जोशी, डा.संगीता मदान, डा.विनोद कुमार, डा.नितिन कांबोज, डा.गगन माटा, डा. राकेश भुटियानी, डा. पंकज कौशिक और कुलभूषण शर्मा जबकि भेल से एमजीएम संजय भट्टाचार्य, अर्जेश शर्मा, डीजीएम मनीष सचान, शैलेंद्र कुमार, अंकुर मोहन आदि उपस्थित रहे।