Guru Purnima 2021: गुरु पूर्णिमा पर आ रहे हैं धर्मनगरी हरिद्वार तो ये खबर जरूर पढ़ें, नहीं लौटना पड़ेगा वापस
Guru Purnima 2021 गुरु पूर्णिमा पर अगर आप हरिद्वार का रुख कर रहे हैं तो ये खबर जरूर पढ़ें। गुरु पूर्णिमा पर धर्मनगरी में गुरुओं की पूजाकर उनसे आशीर्वाद लेने आने वाले श्रद्धालुओं को जिले के बार्डर पर आरटी पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Guru Purnima 2021 गुरु पूर्णिमा पर अगर आप हरिद्वार का रुख कर रहे हैं तो ये खबर जरूर पढ़ें। गुरु पूर्णिमा पर धर्मनगरी में गुरुओं की पूजाकर उनसे आशीर्वाद लेने आने वाले श्रद्धालुओं को जिले के बार्डर पर आरटी पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। वहीं, हरिद्वार में अगर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती है तो उन्हें बार्डर से ही लौटाया जाएगा। बता दें कि यहां स्नान की अनुमति नहीं होगी।
कांवड़ मेला स्थगित होने के बाद जिले के बार्डर पर सख्ती बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही 24 जुलाई को गुरु पूर्णिमा का अवसर भी है। वहीं 25 जुलाई से श्रावण मास भी शुरू हो रहा है। देश के अलग-अलग कोनों में बसे भक्त गुरु पूर्णिमा पर अपने गुरु का पूजन करने के लिए धर्मनगरी आते हैं। इसके साथ ही लोग गंगा में स्नान भी करेंगे। ऐसे में इस बार गुरु पूर्णिमा पर गुरुओं से आशीर्वाद देने आने वाले भक्तों को हरिद्वार आने से पहले बार्डर पर ही आरटी पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट दिखाकर आना होगा।
वहीं, पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन भी कराना होगा। यदि बार्डर पर श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती है तो पुलिस सख्ती करते हुए उन्हें बार्डर से ही लौटा देगी। हरकी पैड़ी पर भी पुलिस सख्ती करेगी। भीड़ को अलग-अलग घाटों पर भेजा जाएगा, ताकि शारीरिक दूरी व अन्य नियमों का पालन हो सके। एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णदराज एस ने बताया कि गुरु पूर्णिमा को लेकर बार्डर पर सख्ती की जाएगी।
बाहरी राज्यों और जिलों को टैंकर से दिया जाएगा गंगाजल
श्रावण मास में कांवड़ यात्रा के स्थगन के बाद बाहरी राज्यों व जिलों के निवासियों की धार्मिक परंपराओं के पालन को हरिद्वार से उनकी आवश्यकता के मुताबिक टैंकर के माध्यम से गंगाजल भेजा जाएगा। गुरुवार को जिलाधिकारी हरिद्वार सी रविशंकर ने बताया कि राज्य सरकार ने कांवड़ मेला-2021 के दृष्टिगत कांवड़ यात्रियों की सुविधा को यह निर्देश दिया है। सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, यमुनानगर, करनाल में टैंकरों के माध्यम से गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा। उपरोक्त सभी जगहों के जिला मजिस्ट्रेट, उपायुक्त से गंगाजल वितरित किए जाने के लिए स्थान और गंगाजल की जरूरत बताने का आग्रह किया गया है। ताकि उन्हें उनके चिह्नित स्थान पर टैंकरों के माध्यम से गंगाजल उपलब्ध कराया जा सके।
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