पतंजलि योगपीठ पहुंची उप्र की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल रविवार को पतंजलि योगपीठ पहुंचीं। यहां योगगुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने राज्यपाल का स्वागत किया। योगगुरु ने राज्यपाल को पतंजलि अनुसंधान केंद्र ले जाकर वहां किए जा रहे योग और आयुर्वेद के क्षेत्र में वर्तमान अनुसंधानों के बारे में विस्तृत रूप से बताया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 11:37 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 11:37 PM (IST)
पतंजलि योगपीठ पहुंची उप्र की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
पतंजलि योगपीठ पहुंची उप्र की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल रविवार को पतंजलि योगपीठ पहुंचीं। यहां योगगुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने राज्यपाल का स्वागत किया। योगगुरु ने राज्यपाल को पतंजलि अनुसंधान केंद्र ले जाकर वहां किए जा रहे योग और आयुर्वेद के क्षेत्र में वर्तमान अनुसंधानों के बारे में विस्तृत रूप से बताया।

उन्होंने कहा कि इसी अनुसंधान केंद्र के माध्यम से अश्वगंधा के पुष्प से प्राकृतिक न्यूट्रीशन बनाने का कार्य किया गया है, जो आज से पहले किसी भी स्वदेशी संस्था ने नहीं किया है। आज अन्य पद्धति से न्यूट्रीशन का निर्माण किया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। यह कई बीमारियों को जन्म देता है। लेकिन, पतंजलि राष्ट्र हित को सर्वोपरि समझते हुए देशहित को ध्यान में रख कर औषधियों का निर्माण करता है। आज पतंजलि ने अश्वगंधा के पुष्प से प्राकृतिक न्यूट्रिशनों को निकाल कर इसके माध्यम से कई विटामिन का निर्माण किया है, जो शुद्ध रूप से प्राकृतिक और सेहत को पोषण देने वाले हैं। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल को पतंजलि की ओर से निर्मित दुर्लभ जड़ी-बूटियों की नर्सरी से भी अवगत कराया गया। साथ ही यहां उगाई जाने वाली सभी दुर्लभ जड़ी-बूटियों के बारे में आचार्य ने राज्यपाल को विस्तृत रूप से समझाया। आज पतंजलि कैसे योग और आयुर्वेद के माध्यम से बड़ी से बड़ी बीमारियों का सफल इलाज कर रहा है, इसका उदाहरण पतंजलि ने कोरोना काल में सिद्ध भी करके दिखाया है। आचार्य बालकृष्ण ने राज्यपाल को दुर्लभ पांडुलिपियों के संरक्षण और उनके अनुवाद पर किए जा यह कार्यो का अवलोकन भी करवाया। साथ ही दिव्य प्रकाशन में छपी आयुर्वेदों की पुस्तकों को दिखाया। राज्यपाल ने पतंजलि के कार्यों की सराहना की। कहा कि पतंजलि सदैव देश हित के लिए ऐसे ही कार्य करता रहे। राज्यपाल ने आयुर्वेद अनुसंधान केंद्र के डाक्टर अनुराग वाष्र्णेय और उनकी टीम को बधाई दी।

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