सरकारी स्कूलों में बजेगी घंटी, निजी स्कूल खोलने को तैयार नहीं

डेढ़ साल के इंतजार के बाद मंगलवार को जिले के प्राथमिक विद्यालयों की घंटी बजेगी। कक्षाओं में चहल-पहल होगी। मंगलवार से कक्षा एक से लेकर पांच के छात्र स्कूल जाएंगे। हालांकि निजी स्कूल फिलहाल स्कूल खोलने को तैयार नहीं है। सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक ही कक्षाएं संचालित हो सकेगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 07:10 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 07:10 PM (IST)
सरकारी स्कूलों में बजेगी घंटी, निजी स्कूल खोलने को तैयार नहीं
सरकारी स्कूलों में बजेगी घंटी, निजी स्कूल खोलने को तैयार नहीं

जागरण संवाददाता, रुड़की: डेढ़ साल के इंतजार के बाद मंगलवार को जिले के प्राथमिक विद्यालयों की घंटी बजेगी। कक्षाओं में चहल-पहल होगी। मंगलवार से कक्षा एक से लेकर पांच के छात्र स्कूल जाएंगे। हालांकि निजी स्कूल फिलहाल स्कूल खोलने को तैयार नहीं है। सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक ही कक्षाएं संचालित हो सकेगी।

मार्च 2020 में कोरोना महामारी के चलते सरकार ने सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए थे। कोरोना की पहली लहर कम होने पर शिक्षण संस्थान तो खोले गए, लेकिन प्राथमिक विद्यालयों को बंद रखा गया। इसी बीच कोरोना की दूसरी लहर आ गई। इसके बाद फिर से शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया था। सरकार ने आनलाइन कक्षाओं के संचालन पर ही जोर दिया था। दो अगस्त से सरकार ने कक्षा नौ से लेकर 12 तक की कक्षाएं संचालित करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद 16 अगस्त से कक्षा छह से लेकर नौ तक स्कूल खोलने के निर्देश दिए थे। कक्षाएं संचालित हो भी रही हैं। अब सरकार की ओर से 21 सितंबर से कक्षा एक से लेकर पांच तक के बच्चों को स्कूल जाने के लिए कहा गया है। स्कूलों को सैनिटाइज कराया गया है। साथ ही, बताया गया कि सभी को शारीरिक दूरी का पालन करना होगा। बच्चों को मास्क पहनकर स्कूल आना होगा। हालांकि पब्लिक स्कूलों की ओर से कक्षा एक से लेकर पांच तक के संचालन को लेकर कोई सूचना अभिभावकों को नहीं दी गई है।

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स्कूल खोलने का सरकार का फैसला सराहनीय है। सरकारी स्कूल के बच्चे आनलाइन कक्षाएं पूरी तरह से नहीं कर पा रहे थे। इससे उनकी पढ़ाई बाधित हो रही थी। आज से खुलने वाले स्कूलों को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। स्कूलों की साफ-सफाई के साथ ही सभी कमरों को सैनिटाइज किया गया है।

-राजीव शर्मा, जिला संयुक्त मंत्री, उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संघ

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-स्कूल खोले जाने को लेकर निजी स्कूल प्रबंधक तैयार नहीं है। वजह यह है कि अभी कक्षा छह से 12 तक में ही छात्रों की उपस्थित बेहद कम है। ऐसे में स्कूल खोलने से प्रबंधकों को ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा। हालांकि यदि अभिभावक एकमत होकर स्कूल खोलने पर सहमति देंगे तो स्कूल खोलने पर विचार किया जाएगा।

-माला चौहान, सिटी कोआर्डिनेटर, सीबीएससी

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