बाहरी श्रद्धालुओं के लिए हरिद्वार में नो एंट्री, गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी पर सांकेतिक स्नान को लेकर उठाया कदम

गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी पर सांकेतिक स्नान को लेकर जनपद की सीमाओं पर चेकिंग शुरू कर दी। स्नान को आने वाले श्रद्धालुओं को एंट्री नहीं मिलेगी। हरिद्वार के अलावा उत्तराखंड के बाकी जिलों के श्रद्धालुओं को 72 घंटे के भीतर की कोविड-19 आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 03:48 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 03:48 PM (IST)
बाहरी श्रद्धालुओं के लिए हरिद्वार में नो एंट्री, गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी पर सांकेतिक स्नान को लेकर उठाया कदम
बाहरी श्रद्धालुओं के लिए हरिद्वार में नो एंट्री।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी पर सांकेतिक स्नान को लेकर जनपद की सीमाओं पर शनिवार से चेकिंग शुरू कर दी गई है। स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को एंट्री नहीं मिलेगी। हरिद्वार के अलावा उत्तराखंड के बाकी जिलों के श्रद्धालुओं को भी 72 घंटे के भीतर की कोविड-19 आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। वहीं, पुलिस और श्री गंगा सभा ने कोविड गाइडलाइन का हवाला देते हुए तीन दिनों तक बाहरी यात्रियों से हरिद्वार ना आने की अपील की है।

शुक्रवार को पुलिस, प्रशासन और श्री गंगा सभा की बैठक में रविवार को गंगा दशहरा और सोमवार को निर्जला एकादशी का स्नान सांकेतिक रूप से संपन्न कराने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए सीमाओं पर अतिरिक्त पुलिस बल बढ़ाते हुए शनिवार से ही चेकिंग शुरू कर दी जाएगी। स्नान के लिए हरिद्वार आने वालों को जिले की सीमा से ही लौटा दिया जाएगा। केवल स्थानीय निवासी और अन्य यात्री ही हरिद्वार आ सकेंगे।

एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि बाहरी श्रद्धालुओं को सीमा पर रोक दिया जाएगा। इसलिए दूसरे राज्यों के श्रद्धालुओं से यह अपील की जा रही है कि किसी भी असुविधा से बचने के लिए तीन दिन हरिद्वार ना आएं। गंगा दशहरा व निर्जला एकादशी का स्नान सांकेतिक रूप से संपन्न कराया जाएगा। वहीं, श्री गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा ने भी बाहरी श्रद्धालुओं से गंगा दशहरा व निर्जला एकादशी पर हरिद्वार ना आने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कोविड गाइडलाइन का पालन कराया जाएगा।

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