चार स्टोन क्रशर और उनके प्रतिष्ठानों का हुआ सर्वे
राज्य कर विभाग की 40 सदस्यों की 7 टीमों ने रुड़की और हरिद्वार स्थित चार स्टोन क्रशर और उनसे जुड़े प्रतिष्ठानों का सर्वे कर शिकायतों से संबंधित दस्तावेजों को अपने कब्जे में ले लिया।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: राज्य कर विभाग की 40 सदस्यों की 7 टीमों ने रुड़की और हरिद्वार स्थित चार स्टोन क्रशर और उनसे जुड़े प्रतिष्ठानों का सर्वे कर शिकायतों से संबंधित दस्तावेजों को अपने कब्जे में ले लिया। राज्य कर विभाग की इस कार्रवाई से जिले भर में स्टोन क्रशर मालिक और उनसे संबंधित प्रतिष्ठानों में हड़कंप मचा रहा। विभाग ने अपनी इस कार्रवाई को गोपनीय रखा था और अन्य किसी को देर शाम ही इसकी जानकारी होने दी।
सर्वे में उपायुक्त मनीष मिश्रा, वीर सिंह, प्रेम प्रकाश शुक्ला, धर्मेंद्र राज चौहान, कार्तिकेय वर्मा और एसके सिंह प्रमुख रूप से शामिल रहे और टीम का नेतृत्व किया। बताया गया कि कब्जे में लिए गए दस्तावेजों की जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि शिकायत के अनुसार राजस्व चोरी हो रही थी या नहीं। अगर चोरी पकड़ में आई तो संबंधित के खिलाफ जुर्माना वसूली के साथ ही कड़ी विधिक कार्रवाई की जाएगी।
विभाग को इस बात की शिकायत मिल रही थी कि कुछ स्टोन क्रशर कंपनियां अपने दस्तावेजों में घोषित जमा स्थल पर माल रखकर उसे रिहायशी इलाकों में रख रही हैं और वहीं से उसकी बिक्री कर राज्य कर विभाग को अपनी मनमर्जी के अनुसार जानकारी देकर बड़े पैमाने पर राजस्व की चोरी कर रही हैं।
इस शिकायत के मद्देनजर राज्यकर विभाग की टीम ने भागूवाला, भोगपुर में चार, गैंडीखाता के दो और कनखनल के एक प्रतिष्ठान पर पहुंच कर संबंधित मामलों व शिकायतों के मद्देनजर सर्वे किया। आयुक्त राज्य कर डॉ. अहमद इकबाल, अपर आयुक्त अनिल सिंह गढ़वाल जोन के निर्देशन और संयुक्त आयुक्त हरिद्वार संभाग डॉ. सुनीता पांडेय के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में राज्य कर विभाग की टीम ने खरीद-ब्रिकी और स्टोन क्रशर में मौजूद स्टाक का मिलान करने के साथ ही शिकायत से संबंधित दस्तावेजों को अपने कब्जे में ले लिया। टीम ने मौके पर मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ भी की।