पांच अंतरराज्यीय ठग रुड़की में जुआ खेलते गिरफ्तार
सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस ने अंतरराज्यीय आनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के पांच आरोपितों को रुड़की में जुआ खेलते हुए गिरफ्तार किया है। यह गिरोह रुड़की दिल्ली समेत कई जगहों पर ठगी कर चुका है। आरोपितों से कई बैंक के ब्लैंक चेक और कई बैंक खातों से जुड़े दस्तावेज मिले हैं।
जागरण संवाददाता, रुड़की: सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस ने अंतरराज्यीय आनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के पांच आरोपितों को रुड़की में जुआ खेलते हुए गिरफ्तार किया है। यह गिरोह रुड़की, दिल्ली समेत कई जगहों पर ठगी कर चुका है। आरोपितों से कई बैंक के ब्लैंक चेक और कई बैंक खातों से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। आरोपित बैंक कर्मचारी से बैंक खातों की जानकारी लेते थे। दिल्ली और मुंबई के कई बड़े बैंक खाताधारक इनके निशाने पर थे।
सोमवार को रुड़की कोतवाली में पत्रकारों से बातचीत में एसपी देहात प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि रविवार शाम पुलिस को सूचना मिली थी कि सोलानी पुल के पास आम के बाग में कुछ लोग जुआ खेल रहे हैं। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। आरोपितों की पहचान सचिन निवासी मोहल्ला अफगानान, पूर्वी दीपक मेडिकल स्टोर के पास सरसावा, जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश, धूम सिंह निवासी नगला खारी कुतुबशेर सहारनपुर उत्तर प्रदेश, अजय कुमार निवासी लक्सर हरिद्वार, मांगेराम निवासी तेलीपुरा, थाना सरसावा जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश और लोकेंद्र निवासी पुरानी बाइपास रोड, थाना झिझाना जिला शामली उत्तर प्रदेश है। पुलिस को इनके पास से करीब साढ़े छह हजार की नकदी, मोबाइल, ताश की गड्डी और एक लैपटाप मिला है। एसपी देहात के मुताबिक, आरोपित मांगेराम अंतरराज्यीय ठगी करने वाले गिरोह का सरगना है। एसपी देहात ने बताया कि गिरोह बिकानेर राजस्थान के बैंक आफ इंडिया के एक कर्मचारी से 40 हजार रुपये में बड़े खाताधारकों की डिटेल और हस्ताक्षर युक्त चेक खरीदते थे। इसके बाद खातों से रकम निकालते थे। आरोपितों ने बताया कि वे कई बैंक खातों से इस तरह से रकम निकाल चुके हैं। दिल्ली के तिलकनगर और मुंबई की एक जैंम कंपनी का बैंक खाता भी इनके निशाने पर था। जिसमें करोड़ों की रकम जमा थी। इनके बैंक खातों की जानकारी आरोपितों के पास मिली है। एसपी देहात ने कहा कि नेटवर्क को खंगाला जा रहा है। इससे जुड़े अन्य ठगों की धरपकड़ के भी प्रयास किए जा रहे हैं। बेंगलुरु में बैठे इनके सरगना के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
इस तरह से करते थे ठगी
रुड़की: कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरचंद शर्मा ने बताया कि आरोपित फर्जी चेक बनाकर तो बैंक खातों से रकम निकालते ही थे, साथ ही बैंक खातों से जुड़ी जानकारी लेने के बाद बैंक कर्मचारी बनकर खाताधारक को झांसा देकर ओटीपी की जानकारी लेते थे। इसके बाद आनलाइन खाते से रकम साफ कर देते थे। खाताधारक भी इन्हें बैंक कर्मचारी समझकर आसानी से इनके झांसे में आ जाते थे।
ये खाते थे निशाने पर
रुड़की: कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरचंद शर्मा ने बताया कि आरोपितों से पूछताछ में पता चला है कि दिल्ली के तिलकनगर निवासी एक खाताधारक के बैंक खाते में ढाई करोड़ हैं। आरोपित इस खाते में सेंध लगाना चाह रहे थे। इसके अलावा किरण जैम मुंबई की कंपनी भी इनके निशाने पर थी। इस कंपनी के खातों में कई करोड़ रुपये जमा हैं। इनकी डिटेल भी आरोपित के पास मिली है।
रुड़की के रजनीश की तलाश
रुड़की: रुड़की निवासी रजनीश भी इनके संपर्क में है। आरोपितों ने बताया कि उसने ही उन्हें रुड़की बुलाया था। इन सभी की बैठक होने वाली थी। टाइम पास करने के लिए सभी लोग सोलानी पार्क में जुआ खेलने लगे थे। इसी दौरान पुलिस ने पकड़ लिया।
सबसे बड़ा सरगना सलीम पाशा है बेंगलुरु में
रुड़की: प्रभारी निरीक्षक अमरचंद शर्मा ने बताया कि ठग गिरोह के सदस्य खातों से जुड़ी सभी जानकारी बेंगलुरु में बैठे गिरोह के सरगना सलीम पाशा को भेजते थे। सलीम पाशा ने तिलकनगर निवासी खाताधारक के खाते से आनलाइन रकम साफ कर दी थी। रुड़की में भी गंगनहर कोतवाली क्षेत्र में फर्जी चेक लगाकर खाते से करीब दो लाख की रकम हाल ही में निकाली गई है। इसकी भी जांच की जा रही है।