आठ नवंबर को तहसील का घेराव करेंगे किसान
जागरण संवाददाता रुड़की भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) रोड गुट ने एलान किया है कि यदि भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) रोड गुट ने एलान किया है कि यदि प्रशासन ने चकबंदी विभाग के भ्रष्ट अफसरों पर कार्रवाई नहीं की तो आठ नवंबर को रुड़की तहसील का घेराव किया जाएगा। इसके लिए सभी पदाधिकारियों को गांव से किसानों को लाने की जिम्मेदारी दी गई है।
जागरण संवाददाता, रुड़की : भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) रोड गुट ने एलान किया है कि यदि प्रशासन ने चकबंदी विभाग के भ्रष्ट अफसरों पर कार्रवाई नहीं की तो आठ नवंबर को रुड़की तहसील का घेराव किया जाएगा। इसके लिए सभी पदाधिकारियों को गांव से किसानों को लाने की जिम्मेदारी दी गई है।
प्रशासनिक भवन में गुरुवार को हुई पंचायत में यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष पदम सिंह रोड ने कहा कि सरकार तीनों कृषि कानून को वापस नहीं ले रही है। साथ ही किसानों की तमाम समस्याएं लंबित पड़ी हुई है। उनका निस्तारण समय से नहीं किया जा रहा है। इसकी वजह से किसानों में आक्रोश है। वहीं चकबंदी विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार किसी से छिपा नहीं है। जिले के चकबंदी विभाग के अफसर भू माफिया को बढ़ावा दे रहे हैं। केल्हणपुर गांव में पांच किसानों को मृत दिखाकर उनकी जमीनें दूसरों के नाम कर दी गई। इसी तरह से लक्सर में भी दूसरे के नाम जमीन अभिलेखों में दर्ज कर दी गई। बार-बार कहने के बावजूद इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसलिए अब किसान आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। जिला उपाध्यक्ष मुबारिक अली ने कहा कि आठ नवंबर की पंचायत एतिहासिक होगी। जिले के सभी गांव से किसानों को बुलाया गया है। सभी पदाधिकारियों को किसानों को रुड़की तहसील तक लाने की जिम्मेदारी दी गई है। हाजी इरशाद ने कहा कि जिस तरह से किसान का उत्पीड़न हो रहा है, उसे अब किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मौके पर कारी शहजाद, आरिफ अहमद, फखरे आलम, सलीम, प्रदीप त्यागी, रामदास, पवन, सत्यपाल, आजाद, योगेश आदि ने विचार व्यक्त किए।