फसलों के लिए वरदान साबित हुई बारिश, इस समय किसान गन्ना हरे चारे की फसल में कर रहे थे सिंचाई

शहर व आसपास के क्षेत्रों में बुधवार अल सुबह से हो रही बारिश से किसानों को बड़ी राहत मिली है। गन्ने हरा चारा आम लीची आदि फसलों के लिए बारिश वरदान साबित हुई है। इस बार मार्च से लेकर मध्य मई तक बारिश नहीं के बराबर हुई है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 20 May 2021 02:06 PM (IST) Updated:Thu, 20 May 2021 02:06 PM (IST)
फसलों के लिए वरदान साबित हुई बारिश, इस समय किसान गन्ना हरे चारे की फसल में कर रहे थे सिंचाई
शहर व आसपास के क्षेत्रों में बुधवार अल सुबह से हो रही बारिश से किसानों को बड़ी राहत मिली है।

जागरण संवाददाता रुड़की। शहर व आसपास के क्षेत्रों में बुधवार अल सुबह से हो रही बारिश से किसानों को बड़ी राहत मिली है। गन्ने हरा चारा आम लीची आदि फसलों के लिए बारिश वरदान साबित हुई है। इस बार मार्च से लेकर मध्य मई तक बारिश नहीं के बराबर हुई है। इस वजह से लगातार किसान सिंचाई कर रहे हैं इस समय सबसे अधिक पानी की आवश्यकता गन्ने की फसल को रहती है। वही आम लीची की फसल के लिए भी बारिश का इंतजार लंबे समय से हो रहा था। 

बुधवार की सुबह हुई बारिश से आम व लीची को काफी लाभ पहुंचा है। जिला उद्यान अधिकारी एनके यादव ने बताया कि इस समय आम की फसल तैयार होने की प्रक्रिया में है। ऐसे में बारिश से आम वाली थी, पर आने वाली फंगस दूर हो गई है। साथ ही इससे फल में मिठास बढ़ेगा। वही मुख्य कृषि अधिकारी डॉ विकेश कुमार यादव ने बताया कि इस समय फसलों को सबसे अधिक बारिश की आवश्यकता थी। पिछले कुछ समय से तापमान भी काफी अधिक चल रहा था। बारिश से गन्ना हरा चारा मक्का आदि की फसलों को काफिला पहुंचा है। साथ ही अब किसान धान की पौधशाला भी तैयार कर सकेंगे। 

उन्होंने बताया कि इस बार धान की रोपाई जल्द शुरू होने का अनुमान है, वहीं असिंचित क्षेत्रों में भी फसल की बुवाई समय से पहले शुरू हो सकेगी बताते चलें कि भगवानपुर बहादराबाद विकासखंड के घाड़क्षेत्र में कुछ इलाके आज भी असिंचित है, जहां पर वर्षा आधारित खेती होती है। 

 19 मई, 2021 सुबह 08:30 बजे से 20 मई सुबह 08:30 बजे तक हुई कुल बरसात.

(1) रुड़की: 53.9 मिमी० 

(2) लक्सर: 47 मिमी०

(3) बहादराबाद: 67 मिमी०

(4) भगवानपुर: 58 मिमी०

(5) नारसन: 65 मिमी०

यह भी पढ़ें-उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में चकबंदी पर ठिठके हुए हैं कदम, जानिए वजह

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी