किसानों ने रेलवे ट्रैक पर चार घंटे तक किया कब्जा

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग को लेकर संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा ने लंढौरा में चार घंटे तक रेलवे ट्रैक पर कब्जा जमाए रखा। इस दौरान डेढ़ दर्जन से अधिक ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा। बाद में कार्यकत्र्ताओं ने राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन एएसडीएम को सौंपा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 06:07 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 06:07 PM (IST)
किसानों ने रेलवे ट्रैक पर चार घंटे तक किया कब्जा
किसानों ने रेलवे ट्रैक पर चार घंटे तक किया कब्जा

संवाद सूत्र, लंढौरा: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग को लेकर संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा ने लंढौरा में चार घंटे तक रेलवे ट्रैक पर कब्जा जमाए रखा। इस दौरान डेढ़ दर्जन से अधिक ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा। बाद में कार्यकत्र्ताओं ने राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन एएसडीएम को सौंपा।

संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा की ओर से सोमवार को पूरे देश में ट्रेनों का चक्काजाम करने का एलान किया गया था। सोमवार सुबह से ही बारिश के बावजूद किसान लंढौरा रेलवे स्टेशन पर पहुंचने शुरू हो गए थे। रेल प्रशासन किसानों को समझाने में लगा रहा कि वह स्टेशन परिसर में ही धरना प्रदर्शन कर सकते हैं। ट्रैक को बाधित न करें, इससे यात्रियों को परेशानी होगी, लेकिन किसान नहीं माने। इसके बाद किसानों ने रेलवे ट्रैक पर कब्जा कर लिया और बारिश के बीच सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। इस मौके पर भाकियू जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री ने कहा कि जब तक मंत्रिमंडल से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को नहीं निकाला जाता, साथ ही उनकी गिरफ्तारी नहीं होती, किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी, महामंत्री अरविद राठी, रवि चौधरी, रामपाल, अरशद अली, हाफिज इरफान, नगर अध्यक्ष मोहम्मद अजीम, चमनलाल शर्मा आदि मौजूद रहे। वहीं दूसरी ओर प्रशासन की ओर से एएसडीएम विजयनाथ शुक्ला, एसपी जीआरपी मनोज कत्याल, सीओ पंकज गैरोला, सीएमआइ अजय तोमर आदि मौजूद रहे।

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यह ट्रेन रही प्रभावित

लंढौरा रेलवे ट्रैक पर किसानों के धरने के चलते रेल विभाग पहले से सतर्क था। अप और डाउन पटरी से करीब 30 ट्रेनों को चार घंटे के अंतराल में लंढौरा से होकर गुजरना था। इनमें 18 मालगाड़ियां भी शामिल हैं। अप और डाउन ट्रेन अहमदाबाद मेल, शताब्दी एक्सप्रेस, श्री गंगानगर, कोलकता-अमृतसर, देहरादून- बांद्रा, हरिद्वार-गंगानगर, हरिद्वार-अमृतसर जनशताब्दी, उज्जैन- इंदौर- देहरादून एक्सप्रेस, डीएलएस पैसेंजर ट्रेन आदि ट्रेनों पर पहले ही रोक लगा दी गई थी। शताब्दी एक्सप्रेस रुड़की स्टेशन पर खड़ी रही। स्टेशन मास्टर चिरंजीलाल मीणा ने बताया कि किसानों के ट्रैक से हटने के बाद ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया गया।

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