किसानों का ऐलान 16 को चकबंदी दफ्तर पर तालाबंदी कर बांधेंगे मवेशी

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) रोड गुट ने ऐलान किया है कि यदि 15 दिसंबर तक प्रशासन एवं चकबंदी विभाग उनकी पूर्व में दी गई मांगों पर कार्रवाई नहीं करता है तो वह 16 दिसंबर को चकबंदी विभाग के दफ्तरों पर तालाबंदी करते हुए मवेशियों को बांधेंगे। साथ ही प्रशासन की ओर से गठित एसआइटी की अभी तक जांच रिपोर्ट ना आने पर भी नाराजगी जताई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 05:34 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 05:34 PM (IST)
किसानों का ऐलान 16 को चकबंदी दफ्तर पर तालाबंदी कर बांधेंगे मवेशी
किसानों का ऐलान 16 को चकबंदी दफ्तर पर तालाबंदी कर बांधेंगे मवेशी

जागरण संवाददाता, रुड़की: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) रोड गुट ने ऐलान किया है कि यदि 15 दिसंबर तक प्रशासन एवं चकबंदी विभाग उनकी पूर्व में दी गई मांगों पर कार्रवाई नहीं करता है तो वह 16 दिसंबर को चकबंदी विभाग के दफ्तरों पर तालाबंदी करते हुए मवेशियों को बांधेंगे। साथ ही प्रशासन की ओर से गठित एसआइटी की अभी तक जांच रिपोर्ट ना आने पर भी नाराजगी जताई है।

सोमवार को रुड़की के प्रशासनिक भवन पर भाकियू के पदाधिकारियों की एक बैठक हुई। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष पदम सिंह रोड ने कहा कि 8 नवंबर को किसानों ने प्रशासनिक भवन में महापंचायत का आयोजन किया था। इस दौरान प्रशासन ने किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की थी। किसानों ने बताया था कि केल्हणपुर समेत कई जगह जीवित किसानों को मृत दिखाकर चकबंदी विभाग ने किसानों की जमीन को दूसरे के नाम कर दिया गया। इसके अलावा भू माफिया से मिलकर कुछ जमीनों को बेच भी दिया गया है। वहीं किसानों की अच्छी जमीन को दूसरों को देकर उन्हें बंजर जमीन दे दी गई है। जिस पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने एक एसआइटी का गठन किया था लेकिन अभी तक टीम की जांच रिपोर्ट ही नहीं आ पाई है। उन्होंने कहा कि चकबंदी विभाग की मनमानी लगातार बढ़ रही है। जिलाध्यक्ष नाजिम अली ने कहा कि अब चकबंदी विभाग के खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी। वहीं जिला उपाध्यक्ष मुबारिक अली ने कहा कि आज किसान का प्रत्येक स्तर पर उत्पीड़न किया जा रहा है। गन्ने का दाम किसानों को समय से नहीं मिल पा रहा है। इसके अलावा जिले में घटतोली चरम पर है। इस मौके पर युवा विग के जिलाध्यक्ष संजीव कुशवाह, जावेद अली, रामदास, परवेज प्रधान आदि मौजूद रहे।

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