40 जर्जर खंभे खोल रहे ऊर्जा निगम के दावों की पोल
शहर में 40 से अधिक बिजली के पोल जर्जर हालत में हैं। जिससे किसी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है। बावजूद ऊर्जा निगम के अधिकारी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। काफी समय पहले ऊर्जा निगम के तत्कालीन एमडी ने भी शहर के जर्जर हो चुके बिजली के पोल को बदलने के निर्देश दिए थे।
जागरण संवाददाता, रुड़की : शहर में 40 से अधिक बिजली के पोल जर्जर हालत में हैं। जिससे किसी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है। बावजूद ऊर्जा निगम के अधिकारी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। काफी समय पहले ऊर्जा निगम के तत्कालीन एमडी ने भी शहर के जर्जर हो चुके बिजली के पोल को बदलने के निर्देश दिए थे।
रुड़की शहर में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था आए दिन गड़बड़ा जाती है। यह स्थिति तब है जब ऊर्जा निगम की ओर से विद्युत लाइनों की मरम्मत के नाम पर कई-कई घंटे बिजली कटौती की जाती है। कई बार तो सुबह से लेकर शाम तक बिजली की कटौती से उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। बावजूद इसका फायदा नहीं मिल रहा है। मरम्मत को लेकर ऊर्जा निगम के अधिकारी पूर्व में कई तरह के दावे करते रहे हैं कि उपभोक्ताओं को मरम्मत के दौरान विद्युत कटैती से परेशान नहीं होना पड़ेगा। फिर भी अघोषित कटैती की जा रही है और लाइनों में फाल्ट आ रहे हैं। शुक्रवार को भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला। जर्जर हो चुके बिजली के खंबे की वजह से उपभोक्ताओं को बेवजह पांच घंटे तक बिजली कटौती झेलनी पड़ी। करीब डेढ़ साल पहले ऊर्जा निगम के तत्कालीन प्रबंध निदेशक बीसीके मिश्रा ने शहर की कई कालोनियों का निरीक्षण किया था। निरीक्षक में यह पता चला था कि शहर में कई जगहों पर लगे लोहे के 40 पोल जर्जर हो चुके हैं। उन्होंने चिह्नित किए गए जर्जर पोल को बदलने के निर्देश दिए थे। लेकिन, आज तक बिजली के जर्जर पोल नहीं बदले जा सके हैं।