प्रख्यात गजलकार सोनकिया को दुष्यंत सम्मान से नवाजा
नव सृजन साहित्यिक संस्था एवं गंगा जमुनी अदबी मंच ने इस बार का प्रतिष्ठित दुष्यंत सम्मान लखनऊ के अपर आयुक्त परिवहन एवं प्रख्यात गजलकार विनोद कुमार सोनकिया को प्रदान किया। वहीं इस मौके पर आयोजित काव्य गोष्ठी में कवियों ने एक से बढ़कर एक रचनाएं पढ़कर श्रोताओं की तालियां बटोरी।
जागरण संवाददाता, रुड़की : नव सृजन साहित्यिक संस्था एवं गंगा जमुनी अदबी मंच ने इस बार का प्रतिष्ठित दुष्यंत सम्मान लखनऊ के अपर आयुक्त परिवहन एवं प्रख्यात गजलकार विनोद कुमार सोनकिया को प्रदान किया। वहीं इस मौके पर आयोजित काव्य गोष्ठी में कवियों ने एक से बढ़कर एक रचनाएं पढ़कर श्रोताओं की तालियां बटोरी।
शहर के एक होटल में नव सृजन साहित्यिक संस्था एवं गंगा जमुनी अदबी मंच की ओर से आधुनिक हिदी गजल विधा के जनक दुष्यंत की जयंती के उपलक्ष्य में दुष्यंत सम्मान समारोह एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्ज्वलन करके किया गया। इसके बाद वरिष्ठ साहित्यकार विज्ञान व्रत और जाने माने शायर ओमप्रकाश नदीम ने प्रख्यात गजलकार विनोद कुमार सोनकिया को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। साथ ही सोनकिया के साहित्य-सृजन पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सोनकिया ने दुष्यंत कुमार के रचना-धर्म के अनुरूप हिदी साहित्य में गजल, नज्म और गीतों के माध्यम से अहम किरदार अदा किया है। सोनकिया की गजलों को पढ़कर महसूस किया जा सकता है कि आज समाज को ऐसी गजलों और साहित्य से ही संवारा जा सकता है। अदबी मंच के अध्यक्ष ओमप्रकाश नूर ने सोनकिया के जीवन पर प्रकाश डाला और उनकी उपलब्धियों से परिचित कराया। बतौर विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन ने कहा कि आधुनिक हिदी गजल के पुरोधा के रूप में हम दुष्यंत कुमार को याद करते हैं। उन्होंने हिदी गजल को एक नया आयाम दिया है। काव्य गोष्ठी में विनोद कुमार सोनकिया, केपी अनमोल, मनोज पाण्डेय, पंकज त्यागी, शालिनी जोशी, अल्का घन्साला, एसके पुंडीर और नवीन निश्छल ने अपने लाजवाब कलाम से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। कार्यक्रम में नव सृजन संस्था के संरक्षक सुरेन्द्र कुमार सैनी, अध्यक्ष नीरज नैथानी, महासचिव किसलय क्रांतिकारी, दिनेश धीमान, दीपक लाखवान आदि उपस्थित रहे।